अंतरराष्ट्रीय सट्टेबाजी गिरोह से जुड़ी युवती दुबई से लौटते ही गिरफ्तार
इंदौर। मध्यप्रदेश पुलिस के साइबर दस्ते ने सट्टेबाजी के अंतरराष्ट्रीय गिरोह की एक महिला सदस्य को अहमदाबाद हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया है। तकनीकी रूप से बेहद शातिर गिरोह 11वें आईपीएल सत्र के मैचों के सीधे प्रसारण के आधिकारिक सिग्नल चुराकर एक वेबसाइट पर इनकी लाइव स्ट्रीमिंग कर रहा था।
राज्य साइबर सेल की इंदौर इकाई के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह ने शनिवार को बताया कि पूनम चौधरी (24) को अहमदाबाद के हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया है। वह दुबई से शुक्रवार, 8 जून को तड़के 4 बजे अहमदाबाद पहुंची थी। उसे ट्रांजिट हिरासत पर इंदौर लाया गया है।
उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश पुलिस के साइबर सेल ने पूनम के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर रखा था। इसके आधार पर आव्रजन विभाग ने उसे अहमदाबाद हवाई अड्डे पर रोका और साइबर पुलिस की इंदौर इकाई को इसकी सूचना दी।
सिंह ने बताया कि पूनम के बैंक खाते से एक निजी डोमेन प्रदाता कंपनी को अप्रैल में 7,612 रुपए का ऑनलाइन भुगतान किया गया था। यह भुगतान एक वेबसाइट के डोमेन को अगले 36 माह तक सुरक्षित रखने के लिए किया गया था। यही वह वेबसाइट है जिस पर 27 मई को संपन्न 11वें आईपीएल सत्र के मैचों का अवैध तौर पर सीधा प्रसारण किया जा रहा था। इसके जरिए चुनिंदा लोगों को क्रिकेट सट्टेबाजी के टिप्स दिए जा रहे थे।
उन्होंने बताया कि पूनम का पति हरेश चौधरी भी सट्टेबाजी गिरोह में शामिल है और फिलहाल फरार है। यह दंपति गिरोह के फरार सरगना अमित मजीठिया के सीधे संपर्क में था। मजीठिया मूलत: गुजरात का रहने वाला है और उसके फिलहाल दुबई में होने के सुराग मिले हैं। साइबर पुलिस ने मजीठिया के अलावा मुंबई के तथाकथित बिल्डर हितेश खुशलानी के नाम भी लुकआउट नोटिस जारी किया है। खुशलानी भी गिरोह का कथित सदस्य है और उसके देश से बाहर होने का संदेह है।
उन्होंने बताया कि साइबर पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने की कोशिश कर रही है कि सट्टेबाजी गिरोह आईपीएल मैचों के उन सिग्नलों को किस अत्याधुनिक तकनीकी के इस्तेमाल से चुरा रहा था, जो स्टार इंडिया द्वारा आधिकारिक तौर पर प्रसारित किए जा रहे थे। साइबर पुलिस के जांच अधिकारी यह जानकर अब तक हैरत में हैं कि गिरोह अपनी वेबसाइट पर आईपीएल मैचों की चोरी की रॉ फीड (विज्ञापनों और अन्य कार्यक्रमों के बगैर इन मुकाबलों के सीधे दृश्य) प्रसारित कर रहा था। यही नहीं, इस वेबसाइट पर टीवी की तुलना में 8 सेकंड पहले आईपीएल मैचों का सीधा प्रसारण देखा जा रहा था।
स्टार इंडिया की शिकायत पर गहन जांच के बाद सट्टेबाजी गिरोह के एजेंट अंकित जैन उर्फ मुन्नू जॉकी को मध्यप्रदेश के विदिशा जिले से पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि वह कई लोगों से आईपीएल मैचों पर लाखों रुपए का सट्टा लगवा चुका है।
गौरतलब है कि स्टार इंडिया ने 16,347.50 करोड़ रुपए की सबसे ऊंची बोली लगाकर बीसीसीआई से वर्ष 2018 से 2022 तक के लिए आईपीएल मैचों के मीडिया (टीवी और डिजिटल) अधिकार खरीदे हैं। जांच अधिकारियों के मुताबिक सट्टेबाजी गिरोह की वेबसाइट के नाम के 4 शुरुआती अक्षर 'सी बी टी एफ' है जिसका फुल फॉर्म 'क्रिकेट बेटिंग टिप्स फॉर फ्री' है। (भाषा)