इंदौर। पूर्व केंद्रीय मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने कहा है कि विश्व के समक्ष जितनी भी समस्याएं हैं, उनका समाधान केवल और केवल भारत देगा। पूरा विश्व उम्मीद की नजर से भारत की तरफ देख रहा है। त्रिवेदी आज यहां जाल सभागृह में अभ्यास मंडल द्वारा आयोजित ग्रीष्मकालीन व्याख्यानमाला को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व भारत की तरफ उम्मीद भरी नजर से देख रहा है। जिस तरह कस्तूरी हिरण की नाभि में होती है लेकिन हिरण उसी कस्तूरी की तलाश में यहां वहां भटकता है, कमोबेश वैसी ही स्थिति भारत की है। पूरी दुनिया हमारी तरफ देख रही है। हमारी बात कर रही है और हम दूसरे देशों की तरफ नजर लगाए होते हैं। हमारा देश ज्ञान का भंडार है।
आज दूसरे देश के लोग कहते हैं कि भारत में क्या बदलाव आया है तो मैं कहता हूं कि भारत में कोई बदलाव नहीं आया है बल्कि भारत के बारे में आपके नजरिए में बदलाव आया है। वर्तमान में जो पूरा विश्व है, वह अमेरिका के द्वारा डिजाइन किया हुआ है। यही कारण है कि अमेरिका को विश्व में सबसे बड़ा और दमदार देश माना जाता है।
उन्होंने कहा कि आज अमेरिका की जो प्रगति है, उसमें मूल योगदान भारत के प्रतिभावान युवाओं का है। यदि अमेरिका में किसी एक दिन भी भारतीय डॉक्टर काम करने से इंकार कर दे तो उस दिन अमेरिका का स्वास्थ्य विभाग बंद हो जाएगा। हमारे देश का जो टैलेंट है, वही अमेरिका की प्रगति का आधार है। हमारे देश में इन प्रतिभाओं की कद्र नहीं है, इसलिए वह अमेरिका में हैं। हमारे पड़ोसी देश चीन ने वहां के जो नागरिक दूसरे देशों में काम करने चले गए थे, उन्हें वापस अपने देश में बुलवा लिया है जबकि हमारे भारत में अब तक ऐसी कोई पहल शुरू नहीं हुई है।
मैं कर दूंगा कश्मीर समस्या का समाधान
इस व्याख्यानमाला में भाषण के बाद सवालों का जवाब भी त्रिवेदी ने दिया। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि कश्मीर समस्या का क्या कोई समाधान है? उन्होंने कहा कि मुझे राज्यपाल बनाकर कश्मीर भेज दीजिए, मैं वहां की समस्या का समाधान कर दूंगा। वैसे तो कश्मीर कोई समस्या ही नहीं है लेकिन उसे गलत फैसलों से समस्या बनाया गया है।
यदि मुझे राज्यपाल बनाया जाएगा तो मुझे न तो सुरक्षा के लिए ब्लैक कैट कमांडो लगेंगे और नहीं कोई अन्य व्यवस्था लगेगी। हमें अपने घर में जाने के लिए किसी तरह की सुरक्षा की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि बार-बार यह कहा जाता है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है इससे संदेह पैदा होता है। कभी भी यह तो नहीं कहा जाता है कि मध्यप्रदेश भारत का अभिन्न अंग है क्योंकि सभी जानते हैं कि यह भारत का एक अंग है तो यही बात हमें कश्मीर के बारे में भी समझना चाहिए।
राजनीति व्यवसाय हो गई
त्रिवेदी ने इस बात पर दु:ख जताया कि गांधी और गौतम बुद्ध के इस देश में आज राजनीति व्यवसाय बन गई है। पहले के नेताओं की जनता इज्जत करते थे लेकिन अब राजनेताओं को वह इज्जत और सम्मान नहीं मिल रहा है। अब संसद में विभिन्न मुद्दों पर बहस होती है और ना ही किसी भी पार्टी के अंदर कोई बहस होती है राजनीति में यह स्थिति बहुत खराब है।
सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल अरविंदर सिंह लांबा का व्याख्यान
अभ्यास मंडल की ग्रीष्मकालीन व्याख्यानमाला में गुरुवार को शाम 6:00 बजे सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल अरविंदर सिंह लांबा का व्याख्यान होगा। वह 'भारत की सुरक्षा चुनौतियां खतरे व खुफिया तंत्र' विषय पर संबोधित करेंगे।