कोरोना के हॉटस्पॉट बने इंदौर, भोपाल, उज्जैन पूरी तरह सील, 14 जिलों में टोटल लॉकडाउन
भोपाल : मध्यप्रदेश में कोरोना के हॉटस्पॉट बने भोपाल, इंदौर और उज्जैन को अब पूरी तरह सील किया जाएघा। बुधवार को इंदौर में रिकॉर्ड संख्या में 40 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने और भोपाल में लगातार बढ़ते हुए मामलों के बाद खुद अब सरकार ने उन शहरों को सील करने का एलान कर दिया है जो कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित है।
बुधवार को मंत्रालय में कोरोना समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए कि अधिक कोरोना संक्रमण वाले इंदौर, भोपाल और उज्जैन को पूरी तरह सील कर दिया जाए। इसके साथ दूसरे ज़िलों में भी संक्रमित क्षेत्रों को पूरा सील किया जाए। इन क्षेत्रों से कोई अंदर बाहर आ-जा नहीं सकेगा।
इसके साथ मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि कोरना के संक्रमण से बचने के लिए हर व्यक्ति मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकले। उन्होंने कहा कि लोग होममेड मास्क का भी उप्रयोग भी कर सकते है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी व्यक्ति कोरोना रोग को नहीं छुपाए। साथ ही यह भी बताए कि वह किस-किस के संपर्क में आया है। कोरोना छुपाने पर मौत है तथा बताने पर जिंदगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जो व्यक्ति इसे छुपाए, उसके विरुद्ध एफ.आइ.आर. दर्ज की जाए तथा इलाज उपरांत उसके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाए। जो भी व्यक्ति कोरोना कार्य में लगे अमले से दुर्व्यवहार करता है, उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
14 जिलों में टोटल लॉकडाउन - मध्यप्रदेश में अभी तक कोरोनावायरस से 14 जिले प्रभावित हुए हैं। इंदौर में कोरोना पॉजिटिव की संख्या सबसे अधिक 213, राजधानी भोपाल में 96 उज्जैन में 13, खरगोन में 12 एवं मुरैना में 12 है। इसके साथ ही होशंगाबाद में 5 कोरोना पॉजिटिव मरीज है जिसमें 4 मामले बुधवार को ही सामने आए है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद 14 जिलों में टोटल लॉकडाउन कर दिया गया है।
टेस्टिंग क्षमता बढ़ाएं : मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना की टेस्टिंग क्षमता बढ़ाई जाए। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस ने बताया कि हमारी क्षमता 788 प्रतिदिन हो गई है, जो आगामी 10 अप्रैल तक 1000 पर पहुंच जाएगी। टेस्टिंग लैब की संख्या 7 है, एक लाख टेस्टिंग किट्स का आर्डर दिया गया है। वर्तमान में हमारे पास 29 हज़ार 380 पीपीई कीट्स हैं। एन 95 मास्क की संख्या 1 लाख 40 हज़ार तथा थ्री लेयर मास्क की संख्या 7 लाख 50 हज़ार है।
रैपिड टेस्टिंग किट्स का उपयोग : बैठक में बताया गया कि वायरस की त्वरित जांच के लिए रैपिड टेस्टिंग किट्स की व्यवस्था की जा रही है। इसकी रिपोर्ट तुरंत आ जाती है। इसके माध्यम से बड़ी संख्या में वायरस की जांच की जा सकेगी। इसके माध्यम से शरीर में कोई भी वायरस है या नहीं, इसकी त्वरित रिपोर्ट मिलेगी। वायरस होने पर कोरोना वायरस संबंधी जांच की जाएगी। अभी 50,000 रैपिड टेस्टिंग किट्स का ऑर्डर दिया गया है।
7 लाख 55 हजार व्यक्तियों की भोजन व्यवस्था : प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि 7 अप्रैल को प्रदेश में 7 लाख 55 हजार व्यक्तियों को भोजन पैकेट एवं खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई। विभिन्न स्थानों पर 257 अशासकीय संगठनों द्वारा 1 लाख 80 हजार व्यक्तियों को भोजन पैकेट वितरित कराए गए। इंदौर में 60 हजार भोजन पैकेट का वितरण किया गया।