इंदौर में पुलिसकर्मी पर पथराव करने वाले 4 आरोपियों के खिलाफ रासुका
इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में कर्फ्यू ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी पर पथराव की घटना को लेकर सख्त कदम उठाते हुए जिला प्रशासन ने 4 मुख्य आरोपियों पर बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया।
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार शाम सामने आई घटना के जिन मुख्य आरोपियों पर कलेक्टर मनीष सिंह ने रासुका लगाया, उनमें जावेद खान (25), सलीम खान (50), इमरान खान (24) और समीर अनवर (22) शामिल हैं। 2-2 आरोपियों को जबलपुर और सतना की जेलों में कैद किए जाने के आदेश दिए गए हैं।
पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) महेशचंद्र जैन ने बताया कि चंदन नगर इलाके में मंगलवार शाम कर्फ्यू का उल्लंघन कर बाहर घूम रहे लोगों को एक पुलिस आरक्षक ने अपने घर जाने को कहा था।
इस बात को लेकर इन लोगों ने पुलिसकर्मी से विवाद किया और अचानक उस पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिसकर्मी ने जैसे-तैसे मौके से निकलकर खुद को बचाया।
उन्होंने बताया कि मामले में अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और उनमें से 4 मुख्य आरोपियों पर रासुका लगाया गया है। जैन ने बताया कि पुलिसकर्मी पर हमले को लेकर भारतीय दंड विधान की धारा 147 (बलवा), धारा 188 (किसी सरकारी अधिकारी का आदेश नहीं मानना), धारा 353 (लोक सेवकों को भयभीत कर उन्हें उनके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए उन पर हमला) और अन्य संबद्ध प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इस बीच, घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक गली में 7-8 बलवाइयों से घिरा पुलिस आरक्षक इनसे बचने के लिये दौड़ लगाता नजर आ रहा है। ये लोग पुलिसकर्मी के पीछे दौड़ते हुए उस पर पत्थर फेंकते दिखाई दे रहे हैं।
बलवाइयों में शामिल एक व्यक्ति को सड़क पर पड़ा डंडा उठाकर पुलिसकर्मी के पीछे भागते देखा जा सकता है। इससे पहले, शहर के टाटपट्टी बाखल इलाके में 1 अप्रैल को पथराव में दो महिला डॉक्टरों के पैरों में चोटें आई थीं। दोनों महिला डॉक्टर कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान चला रहे स्वास्थ्य विभाग के 5 सदस्यीय दल में शामिल थीं।
यह दल कोविड-19 के एक मरीज के संपर्क में आए लोगों को ढूंढने गया था। अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन ने स्वास्थ्यकर्मियों पर पथराव के मामले में भी 4 आरोपियों पर रासुका लगाया था और उन्हें रीवा के केंद्रीय जेल भेज दिया था।
इंदौर, कोविड-19 के प्रकोप से देश में सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में शामिल है। कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है। (भाषा)