मध्यप्रदेश में बजरंग बली पर सियासी बवाल, जबलपुर में कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़,भोपाल में बजरंग दल को लेकर लगे विवादित पोस्टर
Bajrang Dal Vandalises Jabalpur Congress Office:कर्नाटक चुनाव में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की कांग्रेस की घोषणा से शुरु हुआ विवाद अब मध्यप्रदेश में भी तूल पकड़ता जा रहा है। भाजपा ने बजरंग दल पर बैन लगाने को जहां बजरंग बली से जोड़ दिया है, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस मध्यप्रदेश में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर दर्ज केसों को मुद्दा बना लिया है। इस बीच जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आज कांग्रेस दफ्तर पर जमकर तोड़फोड़ की। भारी संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और जमकर हंगामा कर दिया। इतना ही नहीं, कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस ऑफिस में तोड़फोड़ कर दी। तोड़फोड़ की घटना के बाद इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है।
कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में घुसकर नारेबाजी और तोड़फोड़ की। इससे भी ज्यादा दुख की बात यह है कि तोड़फोड़ करने वालों को रोकने में पुलिस ने कोई विशेष कार्यवाही नहीं की। मैं मुख्यमंत्री जी से जानना चाहता हूं कि क्या अब उनकी सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने सभी लोकतांत्रिक तरीके छोड़ दिए हैं और जनता के बीच पूरी तरह से पैर उखड़ने के बाद कांग्रेस पार्टी के ऊपर सीधा हमला करने का मन बना लिया है।
तोड़फोड़ की घटना पर कमलनाथ ने मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग करते हुए लिखा “मुख्यमंत्री जी, अगर आपकी लोकतंत्र में जरा भी आस्था है तो तोड़फोड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें और यह भी सुनिश्चित करें कि मध्यप्रदेश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी कहना चाहता हूं कि उन्हें अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए”।
वहीं जबलपुर से आने वाले कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि तोड़फोड़ करने वाले कार्यकर्ताओं ने सिद्ध कर दिया कि बजरंग बली के भक्त नहीं बजरंग दल के असामाजिक तत्व हैं। भगवान के नाम को कलंकित करने वाले अपराधी हैं। तोड़फोड़ करने वाले बजरंग दल के असामाजिक तत्वों पर एसपी कलेक्टर कार्रवाई करें। कांग्रेस कमेटी के धैर्य की परीक्षा ना ली जाए। मप्र की जनता समझती है कौन करवा रहा है ये सब।
भोपाल में लगे विवादित पोस्टर- वहीं राजधानी भोपाल में आज बजरंग दल के लेकर विवादित पोस्टर लगाए गए। पोस्टर किसकी तरफ से लगाए गए यह साफ नहीं हो सकता। शहर के प्रमुख स्थानों पर लगाए गए पोस्टर में मीडिया मे बजरंग दल से जुड़े नेताओं की निगेटिव खबरों को दिखाया गया।
बजरंग दल पर सियासत-वहीं बजरंग दल पर बैन को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और दिग्विजय सिंह के बीच जुबानी जंग जारी है। गुरुवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह देश में हेट स्पीच के चलते फिरते इनसाइक्लोपीडिया है। गृहमंत्री ने कहा कि उन्होंने बजरंग दल को लेकर कमलनाथ से सवाल पूछा था लेकिन वह बता को हेटस्पीच पर लेकर आ गए।
गौरतलब है दिग्विजय सिंह ने जिन्होंने एक दिन पहले बजरंग दल पर बैन लगाने का समर्थन किया था, उन्हेंने आज तंज कसते हुए कहा कि “बजरंग ना धार्मिक संगटन है ना राजनीतिक दल है फिर क्या है? शिवराज जी नरोत्तम मिश्रा जी कृपया अपना पुलिस रिकॉर्ड देख लें। दंगा कराने वाले वसूली करने वाले दादागिरी करने वालों व पुलिस के साथ मार पीट करने वालों में कितने बजरंग दल के लोग हैं”।