शिवराज रखेंगे हिसाब
बंगलों की साज-सज्जा पर लगेगी रोक
मप्र सरकार फिजूलखर्ची रोकने के लिए बंगलों की साज-सज्जा, फर्नीचर और वाहनों की गैरजरूरी खरीद पर रोक लगाएगी। सरकारी पैसे के सही उपयोग की निगरानी खुद मुख्यमंत्री करेंगे। इसके लिए हर विभाग से काम के लक्ष्य और उन पर खर्च होने वाली राशि का मासिक ब्योरा देने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ने नईदुनिया से कहा कि सरकारी गाड़ियों के उपयोग की जानकारी भी जुटाई जा रही है। अफसर के लिए एक गाड़ी काफी है, लेकिन एक से अधिक विभाग होने पर अफसर हर विभाग की एक गाड़ी रख लेते हैं, यह दुरुपयोग है।उन्होंने बताया कि सरकारी पैसे पर नजर रखने के लिए सीएम मेनिट सिस्टम नाम से एक निगरानी तंत्र बनाया जा रहा है। काम और राशि खर्च करने के मासिक लक्ष्य की मैं स्वयं हर महीने समीक्षा करूँगा, यदि लक्ष्यों के हिसाब से काम नहीं हुआ तो अफसरों को उसकी सजा भुगतना पड़ेगी। अब मुझे हवाई किले नहीं लक्ष्य और काम चाहिए। इससे बड़ी राशि फिजूलखर्च होने से बचाई जा सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो काम निजी ठेकेदार कम पैसों में कर देता, उसे सरकारी एजेंसियाँ कई गुना अधिक राशि में करती हैं। हमारा मानना है कि सरकार में काम करने वाले मानव संसाधन का पूरा उपयोग नहीं हो पा रहा है। हर विभाग से अपने अमले की उपयोगिता रिपोर्ट माँगी गई है। सादगी के तौर-तरीकों पर बहस में शिवराज ने कहा कि यदि कोई सादगी का आडंबर भी करता है तो उसकी आलोचना नहीं होनी चाहिए क्योंकि वह इसी बहाने कुछ तो कर रहा है। (नईदुनिया)