अमृतसर लोकसभा चुनाव 2019 परिणाम
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प्रमुख प्रतिद्वंद्वी : हरदीप सिंह पुरी (भाजपा), गुरजीत सिंह औजला (कांग्रेस), कुलदीप सिंह धालीवाल (आप)
पंजाब की इस हाईप्रोफाइल सीट पर मुकाबला इस बार त्रिकोणीय होने जा रहा है। लगभग 2 दशक तक भाजपा का गढ़ रही यह सीट कांग्रेस के खाते में 2014 के लोकसभा चुनाव में तब चली गई जब कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह ने यहां भारी मतों जीत से हासिल की।
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परिचय : पंजाब का ऐतिहासिक शहर है अमृतसर, जो कि पाकिस्तानी सीमा से लगा हुआ है। सिखों का सबसे बड़ा गुरुद्वारा स्वर्ण मंदिर यहीं पर स्थित है। स्वतंत्रता संग्राम का सबसे बड़ा नरसंहार जलियांवाला बाग कांड यहीं पर हुआ था। यह शहर अनेक त्रासदियों का गवाह रहा है।
जनसंख्या : साल 2011 की जनगणना के अनुसार अमृतसर की कुल जनसंख्या 24 लाख 90 हजार 656 है।
अर्थव्यवस्था : यहां विभिन्न उद्योगों के रूप में वस्त्र, खाद्य निर्माण, रेशम बुनाई, चर्मशोधन और डब्बा पैकिंग उद्योग शामिल हैं। यह शहर व्यापार और पर्यटन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण है।
भौगोलिक स्थिति : यह देश के पश्चिम छोर पर स्थित है। यहां से पाकिस्तान की दूरी केवल 25 किलोमीटर है। यह पंजाब का सबसे बड़ा शहर है। दिल्ली से इसकी दूरी उत्तर पूर्व में 447 किलोमीटर है।
16वीं लोकसभा में स्थिति : लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट से कांग्रेस के कैप्टन अमरिंदरसिंह विजयी रहे थे, लेकिन उन्हें पंजाब का मुख्यमंत्री बनाए जाने के कारण बाद में हुए उपचुनाव में कांग्रेस के गुरजीतसिंह औजला ने भाजपा के राजिंदर मोहन सिंह छीना को रिकॉर्ड मतों से पराजित किया।
पंजाब के बारे में : पंजाब की 13 सीटों पर मुकाबला शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच है। पिछले चुनाव में 6 सीटें गठबंधन को मिली थीं, जबकि आम आदमी पार्टी 4 सीटें जीतने में सफल रही थी। तीन सीटें कांग्रेस को मिली थीं। वर्तमान में यहां कांग्रेस की सरकार है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी यहां सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं, जबकि अकाली दल ने 10 और भाजपा ने 3 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।