• Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. »
  3. क्रिकेट
  4. »
  5. समाचार
Written By भाषा

हार की हैट्रिक से बचना चाहेंगे चोटिल रॉयल्स

हार की हैट्रिक से बचना चाहेंगे चोटिल रॉयल्स -
FILE
लगातार दो मैचों में हार से हलकान राजस्थान रॉयल्स की टीम आईपीएल-थ्री ट्‍वेंटी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट गुरुवार को जब यहाँ मेजबान बेंगलुरु रॉयल चैंलेंजर्स के खिलाफ उतरेगी तो उसका मकसद हर कीमत पर 'हार की हैट्रिक' टालना होगा।

आईपीएल के पहले संस्करण की विजेता इस टीम की सबसे बड़ी समस्या उसके खिलाड़ियों के फिटनेस है। टीम के दो प्रमुख सितारे विस्फोटक ओपनर ग्रीम स्मिथ और हरफनमौला दमित्री मस्करेनहास चोट के कारण टूर्नामेंट के तीसरे सत्र से बाहर हो गए हैं। वहीं रवींद्र जडेजा प्रतिबंध के कारण टूर्नामेंट में नहीं खेल पा रहे हैं जबकि ऑस्ट्रेलियाई धुरंधर शेन वॉटसन अब तक टीम के साथ जुड़ नहीं पाए हैं।

हालाँकि रॉयल्स के पास कई मैच जिताऊ खिलाड़ी भी हैं लेकिन ये खिलाड़ी टीम को अब तक जीत दिलाने में कामयाब नहीं हो पाए हैं और टीम टूर्नामेंट में लगातार दो हार देख चुकी है। दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ अभिषेक झुनझुनवाला (नाबाद 53) के प्रयासों के बावजूद रॉयल्स टीम छह विकेट पर 141 रन ही बना सकी थी। इससे पहले मुंबई इंडियंस के खिलाफ यूसुफ पठान के 'पठानी शतक' के बावजूद नजदीकी मुकाबले में रॉयल्स को हार मिली थी।

शेन वॉर्न जैसे दिग्गज लेग स्पिनर के बावजूद रॉयल्स की गेंदबाजी आईपीएल-3 में खास प्रभाव नहीं दिखा पाई है। डेयरडेविल्स के जाँबाजों ने जहां अंतिम ओवरों में रॉयल्स के गेंदबाजों की बेतरतीब धुनाई की थी, वहीं इंडियंस ने उसके खिलाफ 212 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। डेयरडेविल्स के खिलाफ सर्वाधिक विकेट लेने वाले मस्करेनहास चोट के कारण टीम का साथ छोड़ चुके हैं।

हालांकि गेंदबाजी में सुधार के अलावा शीर्ष बल्लेबाजों का टिकना भी रॉयल्स के लिए जरूरी होगा। वॉर्न इस मामले में चिंता जता चुके हैं। डेयरडेविल्स के खिलाफ उसके चार विकेट 50 रन के स्कोर पर गिर चुके थे। पहले मैच के हीरो शतकधारी यूसुफ पठान खाता खोले बिना ही इस मैच में आउट हो गए थे।

मध्यक्रम में पारस डोगरा और अभिषेक झुनझुनवाला जैसे युवाओं से टीम को उम्मीद होगी। पारस डोगरा ने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए इंडियंस के खिलाफ पठान का और डेयरडेविल्स के खिलाफ अभिषेक का पूरा साथ दिया था। वॉर्न को आगे भी उनसे ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी। वैसे पठान के बल्ले का मुँह एक बार खुल जाए तो वह किसी भी गेंदबाजी आक्रमण के लिए सिरदर्द बन सकते हैं।

आक्रामक ओपनर ग्रीम स्मिथ की कमी निश्चित रूप से रॉयल्स को खलेगी। कप्तान वॉर्न भी यह बात कबूल चुके हैं। माना जा रहा है कि मध्यक्रम की रीढ़ बने डेमियन मार्टिन अब स्मिथ की जगह रॉयल्स की ओपनिंग करेंगे।

जहाँ तक गेंदबाजी का सवाल है तो दमित्री मस्करेनहास की गैरमौजूदगी में सारा दारोमदार शान टेट और कप्तान वॉर्न पर होगा। इसके अलावा तेज गेंदबाजी में मुनाफ पटेल, सिद्धार्थ त्रिवेदी और मोर्न मोर्कल के रूप में तीन विकल्प मौजूद हैं। स्पिन विभाग की जिम्मेदारी खुद वार्न के पास रहेगी होगी। हालाँकि मुंबई के खिलाफ वह बुरी तरह पिटे थे।

जहाँ तक बात बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स की करें तो शुरूआती हार के बाद मंगलवार को किंग्स इलेवन पंजाब पर तूफानी जीत दर्ज करके उसका मनोबल सातवें आसमान पर होगा। कप्तान अनिल कुंबले ने मैच के बाद कहा भी कि ट्‍वेंटी-20 मैच में पहली बार 200 के पार स्कोर करना टीम की सुनियोजित रणनीति का नतीजा था। जाहिर है कि इस रणनीति के सफल होने से टीम का मनोबल बढ़ा होगा।

जैक्स कैलिस और राबिन उथप्पा ने किंग्स के खिलाफ जो आतिशी बल्लेबाजी की. वह किसी भी गेंदबाज की रूह ँपाने के लिए पर्याप्त है। कैलिस ने कोलकाता के खिलाफ पहले मैच में भी खतरनाक अर्द्धशतक बनाया था। युवा बल्लेबाज मनीष पांडे ने भी 38 रनों की ताबडतोड पारी खेलकर विपक्षी गेंदबाजों को चेता दिया है।

इस मुकाबले में 204 रन के भारी भरकम लक्ष्य के बावजूद रॉयल चैलेंजर्स के बल्लेबाजों ने चौके छक्कों की झड़ी लगा दी थी और एक ओवर तथा एक गेंद शेष रहते मैच जीत लिया। अगर उसके बल्लेबाजों का ॉर्म बरकरार रहा तो टीम का पलड़ा रॉयल्स पर भारी पड़ सकता है।

रॉयल चैलेंजर्स के लिए गेंदबाजी जरूर चिंता का सबब बनी रहेगी। पहले मैच में कप्तान कुंबले और प्रवीण कुमार के अलावा सभी गेंदबाज खर्चीले साबित हुए। मंगलवार को किंग्स के खिलाफ भी उसके गेंदबाजों ने जमकर रन लुटाए। (वार्ता)