सचिन तेंडुलकर चमके, इंडियंस की दूसरी जीत
टेस्ट और वनडे के शहंशाह मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर की शानदार बल्लेबाजी (63) की बदौलत मुंबई इंडियंस ने आईपीएल-3 में दिल्ली डेयरडेविल्स को 98 रनों से पराजित करके लगातार दूसरी तूफानी जीत दर्ज करके अंक तालिका में शीर्ष स्थान प्राप्त किया। मुंबई ने अपने दोनों मैचों में 200 से ज्यादा का स्कोर खड़ा किया। सचिन ने फिरोजशाह की बदनाम पिच पर अपनी वही आक्रामकता दिखाई, जिसके दम पर वह पिछले महीने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। सचिन के अलावा जबर्दस्त फॉर्म में चल रहे सौरभ तिवारी ने 61 रनों का योगदान दिया, जिसके कारण मुंबई इंडियंस को 7 विकेट पर 218 रन के मजबूत स्कोर तक पहुँची। जवाब में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम 16.3 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 120 रन ही बना सकी। डेयरडेविल्स के कप्तान गौतम गंभीर की माँसपेशियों में क्षेत्ररक्षण के दौरान शुरू में ही खिंचाव आ गया और वह बल्लेबाजी के लिए नहीं आए। टीम को फॉर्म में चल रहे बाएँ हाथ के इस बल्लेबाज की बड़ी कमी खली। इसे वीरू बनाम सचिन मुकाबला कहा जा रहा था लेकिन वीरेंद्र सहवाग (26) का धमाल अधिक देर नहीं चला। डेयरडेविल्स की तीन मैचों में यह पहली हार है। बुधवार को उसका कोई बल्लेबाज नहीं चल पाया। पाँच बल्लेबाज दोहरी संख्या तक भी नहीं पहुँच सके, जबकि टॉप स्कोरर माहरूफ ने 28 रनों का योगदान दिया। मुंबई के ब्रावो, हरभजनसिंह और सनथ जयसूर्या ने 2-2 विकेट आपस में बाँटे। इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई की टीम ने कप्तान सचिन की बेहतरीन पारी की बदौलत दिल्ली के गेंदबाजों को धोकर रख दिया। सचिन ने जहाँ मात्र 32 गेंदों में 11 चौकों की मदद से 63 रन बनाए, वहीं प्रचंड फॉर्म में चल रहे सौरभ तिवारी ने 37 गेंदों में चार चौकों और तीन छक्कों की मदद से 61 रन बनाए। अंबाती रायडू (34) ने भी शानदार बल्लेबाजी कर दिल्ली के अनुभवी गेंदबाजी आक्रमण की कमर तोड़कर रख दी। सचिन का आईपीएल का यह छठा अर्द्धशतक था।सचिन और सनथ जयसूर्या (7) एक बार फिर इस मैच में ओपनिंग के लिए उतरे। अपने आक्रामक रूख के लिए मशहूर जयसूर्या इस मैच में भी ऑफ कलर दिख रहे थे लिहाजा आक्रमण की कमान सचिन ने संभाल ली। सचिन ने शुरू से अपने शॉट खेलने शुरू कर दिए और डर्क नैन्स की गेंदों पर हमले बोल दिए। हालाँकि मुंबई के बडे़ लक्ष्य में दिल्ली के फील्डरों का भी काफी योगदान रहा और उन्होंने मुंबई की पारी के दौरान कई कैच छोडे़ और मिसफील्डिंग भी की।दोनों बल्लेबाजों की बीच अभी 38 रन की ही साझेदारी हुई थी कि जयसूर्या तेज गेंदबाज फरवीज माहरूफ की गेंद पर स्थानापन्न खिलाड़ी योगेश नागर को कैच थमा बैठे। वह दस गेंदों का सामना कर एक चौके की मदद से सात रन ही बना सके।फिर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए आदित्य प्रकाश तारे (17) के साथ सचिन ने 36 रन की साझेदारी कर टीम को शुरुआती झटके से उबार लिया। तारे टीम के 74 के योग पर दस गेंदों में दो छक्के की मदद से 17 रन बनाकर आउट हुए। दो विकेट गिरने के बाद भी सचिन का बल्ला नहीं रूका और वह अपने आक्रामक शॉट खेलते रहे। सचिन ने अपना अर्द्धशतक तो 23 गेंदों में नौ चौकों की मदद से पूरे कर लिए। दूसरा विकेट गिरने के बाद सचिन ने तिवारी के साथ तीसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़ डाले। अर्द्धशतक पूरा करने के बाद तो सचिन और ज्यादा आक्रामक हो गए।हालाँकि इसी लंबे शॉट खेलने के चक्कर में वह लेग स्पिनर अमित मिश्रा की गेंद पर नागर को कैच थमा बैठ लेकिन तब तक उनकी टीम मजबूत स्थिति में पहुँच चुकी थी। सचिन ने 31 गेंदों में 11 चौकों की मदद से 63 रनों की पारी खेली।तीसरा विकेट गिरने के बाद तिवारी और रायडू ने मैदान में अपने लाजवाब शाटों से समां बाँध दिया। दोनों युवा बल्लेबाजों ने दिल्ली के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। तिवारी ने इस दौरान इस आईपीएल में लगातार अपना दूसरा अर्द्धशतक भी पूरा किया। तिवारी और रायडू ने चौथे विकेट के लिए ताबड़तोड़ 71 रन की साझेदारी कर डाली। अपनी साझेदारी में तिवारी और रायडू ने तेजी से रन बटोरे। हालाँकि रायडू 21 गेंदों में एक चौका और तीन छक्के की मदद से 34 रन बनाकर चौथे विकेट के रूप में आउट हुए। शानदार फॉर्म में खेल रहे तिवारी पाँचवें विकेट के रूप में दुर्भाग्यपूर्ण तरीक से रन आउट हुए। तिवारी ने 37 गेंदों में चार चौकों तथा तीन छक्कों की मदद से 61 रन बनाए।दिल्ली की तरफ से तेज गेंदबाज फरवीज महरूफ तथा सरबजीत लाडा ने दो-दो विकेट लिए। वहीं प्रदीप सांगवान तथा मिश्रा को एक एक विकेट मिला। (एजेंसियाँ)