बुधवार, 25 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट
  3. समाचार
  4. Travis Head net session hands Indian fans headache before BGT
Written By WD Sports Desk
Last Updated : मंगलवार, 19 नवंबर 2024 (15:10 IST)

ट्रेविस हेड का आक्रामक नेट सत्र का वीडियो देख भारतीय फैंस को हुआ सिरदर्द

बुमराह को ट्रेविस हेड ने कहा ‘एक्स फैक्टर’

ट्रेविस हेड का आक्रामक नेट सत्र का वीडियो देख भारतीय फैंस को हुआ सिरदर्द - Travis Head net session hands Indian fans headache before BGT
ट्रेविस हेड को भारत के खिलाफ जड़े वनडे विश्वकप फाइनल में शतक के लिए जाना जाता है लेकिन ट्रेविस हेड का टेस्ट में भारत के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड है। उन्होंने भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में तो शतक जड़ा ही था लेकिन उससे पहले अहमदाबाद में बोर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज के अंतिम टेस्ट में भी 90 रन बनाकर ड्रॉ में प्रमुख भूमिका निभाई थी। इससे पहले इंदौर में खेले गए टेस्ट में भी उनके बल्ले के कारण टीम ने चौथी पारी में जीत दिलाई थी।

यही कारण है कि पिछले साल से ही ट्रेविस हैड भारतीय क्रिकेट फैंस का सिरदर्द बने हुए हैं। ऐसे में यह सिरदर्द और बढ़ गया जब होने वाली बोर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज से पहले ट्रेविस हेड के अभ्यास सत्र का वीडियो सामने आ गया। इस वीडियो में वह गेंद पर आक्रामक प्रहार कर रहे हैं।

1 साल में भारत से दो ICC ट्रॉफी अकेले दम पर छीन चुके हैं ट्रेविस हेड

ट्रेविस हेड, यह नाम भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लंबे समय तक याद रहने वाला है। ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने एकदिवसीय विश्वकप फाइनल में ना केवल 137 रन लगाकर ऑस्ट्रेलिया को छठवां खिताब जिताया बल्कि मैच को एकतरफा बना दिया।

यह वनडे विश्वकप में किसी खिलाड़ी द्वारा रनों का पीछा करते हुए बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले साल 1996 में अरविंद डिसिल्वा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 102 रन नाबाद बनाए थे।

बहरहाल ट्रेविस हेड एक साल में दूसरी बार भारत से आईसीसी ट्रॉफी छीन चुके हैं। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की ओर से वह इंग्लैंड के ओवल में खेले गए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में 163 रन बनाकर मैच को भारत से दूर ले गए थे और ऑस्ट्रेलिया 209 रनों से जीत गया था। एकदिवसीय विश्वकप फाइनल की तरह ही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भी वह मैन ऑफ द मैच थे।

दिलचस्प बात यह रही थी कि वह दोनों बार तब क्रीज पर मौजूद थे जब ऑस्ट्रेलिया 3 विकेट खोकर मुश्किल में था। एकदिवसीय विश्वकप फाइनल में वह विकेट गिरते हुए देख रहे थे। जबकि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में वह 76 रनों पर 3 विकेट गिरने के बाद क्रीज पर आए थे।