10 साल पहले भी 4-4 विकेट लेने वाले हार्मर भारतीय जमीन पर बने सर्वश्रेष्ठ द. अफ्रीकी टेस्ट स्पिनर
दक्षिण अफ्रीका की भारत पर पहले टेस्ट में तीसरे ही दिन रविवार को 30 रन की जीत में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर ने खुद को स्टैट्समैन नहीं विनमैन बताया।दोनों पारियों में चार-चार सहित कुल आठ विकेट लेने वाले हार्मर अपनी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच बने।
उन्होंने ना केवल 8 विकेट लिए बल्कि वह दोनों ही पारियों में बहुत किफायती साबित हुए। पहली पारी में उन्होंने 15.2 ओवर यानि कि 92 गेंदों में 30 रन देकर 4 विकेट लिए। वहीं दूसरी पारी में उन्होंने 14 ओवर यानि कि 86 गेंदों में 21 रन देकर 4 विकेट लिए। इस प्रदर्शन के बूते वह भारतीय जमीन पर सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट निकालने वाले दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज बन गए हैं, जबकि भारतीय जमीन पर यह उनका तीसरा ही टेस्ट है।
छत्तीस वर्ष के हार्मर 1000 प्रथम श्रेणी विकेट ले चुके हैं और भारत के हालात से अनभिज्ञ नहीं हैं। दस साल पहले साल 2014-15 के दौरे पर हाशिम अमला की कप्तानी में उन्होंने मोहाली और नागपुर में दो टेस्ट खेलकर चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा और रिधिमान साहा, रविंद्र जड़ेजा के विकेट लिये थे।उस दौरे पर भी वह 2 बार 2 पारियों में 4-4 विकेट चटका चुके थे।
एक दशक बाद भी वह उतने ही चतुर गेंदबाज हैं। उन्होंने रावलपिंडी में पिछले महीने टेस्ट में आठ विकेट चटकाकर दक्षिण अफ्रीका को जीत दिलाई और श्रृंखला ड्रॉ भी कराई। भारतीय जमीन पर अब वह कुल 18 टेस्ट विकेट चटका चुके हैं जो किसी भी द,अफ्रीकी स्पिनर के लिए सर्वश्रेष्ठ हैं।
प्रेजेंटेशन में हार्मर ने कहा, ”टीम के लिए योगदान देकर अच्छा लग रहा है। जिस तरह से टीम ने प्रदर्शन किया वो यह दर्शाता है कि टीम को अपने ऊपर कितना विश्वास है। मैं स्टैट्समैन नहीं हूं, विनमैन हूं। टीम के लिए योगदान देकर अच्छा लग रहा है।”
हार्मर ने कहा, ”जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तो हमें पता था कि हम मैच में वापस आने से एक साझेदारी दूर हैं और गेंदबाजी के दौरान भी हम यही सोच रहे थे कि एक अच्छी साझेदारी मैच को हमसे दूर ले जा सकती है। जडेजा, पंत और जुरेल के विकेट के दौरान मैं भाग्यशाली रहा। मैं पंजे के बारे में नहीं सोच रहा था, मुझे लगा कि शुभमन शायद बल्लेबाजी के लिए आएंगे लेकिन नौवां विकेट गिरने के बाद जब सभी जश्न मनाने लगे तो मैं शुरुआत में समझ ही नहीं पाया।”