हनुमान चालीसा लेकर बल्लेबाजी करने उतरते हैं नितीश राणा, टीम को जिताया खिताबी मुकाबला
आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने वाले नितीश राणा जब भी बल्लेबाजी करने उतरते हैं तो उनकी जेब में हनुमान चालीसा रहती है। उन्होंने यह बात अपनी टीम को हालिया संपन्न हुई दिल्ली प्रीमियर लीग के खिताबी मुकाबले के बाद बताई। एक न्यूज एजेंसी को दिए गए इंटर्वयू में उन्होंने यह कहा।
नितीश राणा के हरफनमौला प्रदर्शन से वेस्ट दिल्ली लायंस ने जीता DPL 2025 का खिताब
नितीश राणा (एक विकेट/79रन) के हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत वेस्ट दिल्ली लायंस ने सेंट्रल दिल्ली किंग्स को छह विकेट से हराकर दिल्ली प्रीमियर लीग (डीपीएल) 2025 का खिताब अपने नाम किया।
अरुण जेटली स्टेडियम में रविवार रात हुए रोमांचक फाइनल मुकाबले में सेंट्रल दिल्ली किंग्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 173 रनों का स्कोर खड़ा किया। युगल सैनी ने 48 गेंदों में 65 रन बनाये। प्रांशु विजयरन ने 25 गेंदों में 50 रनों की पारी खेली। आर्यन राणा (21), सिद्धार्थ जून (10) और जोंटी सिद्धू ने 10 रनों का योगदान दिया। मैच की शुरुआत में ही किंग्स का शीर्ष क्रम दबाव में लड़खड़ा गया और नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे। एक समय तो वे 78/6 के स्कोर पर लड़खड़ा रहे थे और वेस्ट दिल्ली लायंस पूरी तरह से नियंत्रण में दिख रही थी।
जब युगल सैनी और प्रांशु विजयरन क्रीज पर आए तो कहानी नाटकीय रूप से बदल गई। दोनों ने धैर्य, संयम और चतुराई भरे शॉट चयन का परिचय देते हुए सातवें विकेट के लिए 78 रनों की शानदार साझेदारी की। युगल ने 48 गेंदों पर 65 रनों की दृढ़ पारी खेलकर पारी को संभाला, जिसमें लगातार रन बनाने के साथ-साथ समय पर चौके भी शामिल थे। दूसरे छोर पर, प्रांशु ने शानदार आक्रामक खेल दिखाया और सिर्फ़ 24 गेंदों पर नाबाद 50 रनों की शानदार पारी खेली।
अंतिम ओवरों में उनके निडर स्ट्रोक्स ने सुनिश्चित किया कि किंग्स न केवल वापसी करें, बल्कि लायंस के शुरुआती दबदबे को कम करते हुए शानदार लय भी बनाए रखें।वेस्ट दिल्ली लायंस के लिए मनन भारद्वाज और शिवांक वशिष्ठ ने दो-दो विकेट लिये। नितीश राणा, शुभम दुबे, मयंक गुसाई ने एक-एक बल्लेबाज को आउट किया।
नितीश राणा बल्ले से बने संकटमोचन174 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, सेंट्रल दिल्ली किंग्स के गेंदबाजों सिमरजीत सिंह और अरुण पुंडीर ने लगातार दो विकेट झटके, जिससे पांचवें ओवर में ही 48/3 के स्कोर पर लायंस की स्थिति खराब हो गई। ऐसे संकट के समय कप्तान राणा ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने मयंक गुसाईं के साथ मिलकर 42 रनों की साझेदारी करके टीम को जीत की राह पर बनाए रखा। गुसाईं (11 गेंदों पर 15 रन) तेजस बरोका का शिकार बने, लेकिन तब तक कप्तान ने नियंत्रण हासिल कर लिया था। इसके बाद राणा को ऋतिक शौकीन के रूप में एक आदर्श साथी मिला और दोनों ने सुनिश्चित किया कि आगे कोई झटका न लगे। शौकीन ने 27 गेंदों पर नाबाद 42 रनों की संयमित पारी खेली, वहीं राणा ने नियंत्रित आक्रामकता का नमूना पेश किया, बाउंड्री लगाते हुए स्कोरबोर्ड को गतिमान रखा।
उनकी अटूट साझेदारी ने न केवल किंग्स के गेंदबाजी आक्रमण को बेअसर कर दिया, बल्कि लायंस को अंतिम लक्ष्य तक भी पहुंचाया। नितीश राणा ने 49 गेंदों में सात छक्के और चार चौके लगाते हुए (79) रनों की पारी खेली। वेस्ट दिल्ली लायंस ने 18 ओवर में चार विकेट पर 175 रन बनाकर छह विकेट से मुकाबला और खिताब जीत लिया। सेंट्रल दिल्ली के लिए सिमरजीत सिंह ने दो विकेट लिये। अरुण पुंडीर और तेजस बरोका ने एक-एक बल्लेबाज को आउट किया।