नई दिल्ली। अगस्त में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने की प्रतिबद्धता और उसके बाद अक्टूबर में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के आयोजन की संभावना से लगता है भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने कोविड-19 की स्थिति में सुधार के बाद खेल की बहाली की अपनी योजना तैयार कर ली है और मानसून के बाद गंभीर क्रिकेट गतिविधियां शुरू हो सकती है।
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (CSA) ने गुरुवार को खुलासा किया कि बीसीसीआई ने अगस्त के आखिर में 3 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने की इच्छा जतायी है। इससे पहले बोर्ड के सीईओ (CEO) राहुल जौहरी ने मानसून के बाद खेल शुरू होने की उम्मीद व्यक्त की थी।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच श्रृंखला का कार्यक्रम अगस्त के आखिर में तय है लेकिन क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (CSA) के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी जॉक फॉल ने कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड और सीएसए को बाद की तिथियों में भी इसके आयोजन में आपत्ति नहीं है।
फॉल ने गुरुवार को वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘भारत अपने समझौते का सम्मान करना चाहता है। अगर यह श्रृंखला स्थगित होती है तो इसे बाद में आयोजित किया जा सकता है। हमारी उनकी (बीसीसीआई) बातचीत बहुत अच्छी रही।’
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि सरकार से मंजूरी मिलने के बाद ही इस श्रृंखला की संभावना है। उन्होंने कहा, पहले हमें खिलाड़ियों को ‘ग्रीन जोन’ में अनुकूलन शिविर में रखना होगा। निश्चित तौर पर अगर चीजें सही रास्ते पर आगे बढ़ती हैं तो हम दक्षिण अफ्रीका में खेलेंगे।’
बीसीसीआई का इस द्विपक्षीय श्रृंखला पर सहमत होने का मतलब है कि अगर अक्टूबर-नवंबर में टी20 विश्व कप के बजाय इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आयोजन करने के प्रयास किए जाते हैं तो उसे सीएसए का समर्थन मिलेगा।
सीएसए ने कहा कि यह श्रृंखला भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों देशों की सरकार की मंजूरी पर निर्भर होगी। फॉल ने कहा कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी सरकार से मंजूरी लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सीएसए के क्रिकेट निदेशक ग्रीम स्मिथ ने कहा कि दर्शकों के बिना श्रृंखला आयोजित करने में परेशानी नहीं आनी चाहिए।
स्मिथ ने संवाददाताओं से कहा, ‘हम उनसे बात कर रहे हैं और 3 टी20 मैचों की श्रृंखला के लिए वे प्रतिबद्ध है। अगस्त के आखिर में परिस्थितियां कैसी होंगी अभी कुछ कहा नहीं जा सकता लेकिन हमारा खेल सामाजिक दूरी वाला है और हम दर्शकों के बिना खेल सकते हैं।’
इससे पहले जौहरी ने बीसीसीआई की भविष्य की योजनाओं के बारे में कुछ जानकारी दी। जौहरी ने कहा, ‘इस पूरे मामले में भारत सरकार हमारा मार्गदर्शन करेगी, हम सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करेंगे...व्यावहारिक रूप से गंभीर क्रिकेट गतिविधियां मानसून के बाद ही शुरू हो पाएंगी।’
भारत में मानसून जून से सितंबर तक रहता है। इस तरह की अटकलें हैं कि अगर आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप को स्थगित किया जाता है तो आईपीएल का आयोजन अक्टूबर-नवंबर में किया जा सकता है।
जौहरी ने कहा, उम्मीद करते हैं कि चीजों में सुधार होगा तथा और अधिक विकल्प मिलेंगे जो हमारे नियंत्रण में होंगे और हम इसके अनुसार फैसले करेंगे। आईपीएल के संदर्भ में जौहरी ने कहा कि वह सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों के साथ टूर्नामेंट कराने के पक्ष में नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘आईपीएल का मजा ही यह है कि दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी यहां आकर खेलते हैं और सभी इस महत्व को बरकरार रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बेशक यह चरण दर चरण चलने वाली प्रक्रिया होगी इसलिए आप कल ही चीजों के सामान्य होने की उम्मीद नहीं कर सकते।’
जौहरी ने कहा, ‘हमें देखना होगा कि सरकार का परामर्श क्या है। अभी विमान सेवा नहीं चल रही। एक समय विमान सेवा शुरू होगी और खेल शुरू होने से पहले सभी को स्वयं को पृथक रखना होगा। इसका कार्यक्रम पर क्या असर पड़ेगा क्योंकि कार्यक्रम पहले ही काफी व्यस्त है।’
जौहरी ने उन चुनौतियों का भी जिक्र किया, जिसका सामना बोर्ड को भारत के लंबे घरेलू सत्र के आयोजन के दौरान करना पड़ सकता है। भारत का घरेलू सत्र अक्टूबर से मई तक चलता है, जिसमें 2000 से अधिक मैच खेले जाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘इस बदलाव भरे माहौल में घरेलू क्रिकेट पर पूरी तरह से दोबारा गौर करने की जरूरत है क्योंकि किसी टीम को मैच खेलने के लिए 50 किमी तो किसी को 3000 किमी की यात्रा करनी पड़ सकती है।’
जौहरी ने कहा, ‘सभी टीमें दूसरी टीमों से अपने और विरोधी के मैदान पर भिड़ती हैं। इस स्थिति में जब यात्रा पर पाबंदी है आप इन लीगों का आयोजन कैसे कर सकते हो। इस पर हमने चर्चा की और रोचक विकल्प सामने आएंगे। नयापन इसमें महत्वपूर्ण होगा।’