IPL 2020 में सिर्फ 4 मैच खेल पाए थे भुवी, इस बार फूंक फूंक कर रख रहे हैं कदम
पुणे: भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने कहा है कि वह आईपीएल के दौरान ट्रेनिंग करते समय इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज को भी ध्यान में रखेंगे।
2019 विश्व कप में के बाद से कई चोटों से गुजरने के बाद अब वापसी कर रहे भुवनेश्वर ने इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को तीसरे और निर्णायक वनडे में मिली सात रन की जीत के बाद कहा, "मेरी तरफ से जो भी तैयारी होगी उसमें लाल बॉल से क्रिकेट जरूर शामिल रहेगी। यह सब कुछ टीम चयन से अलग होगा। लेकिन आईपीएल के दौरान मेरी ट्रेनिंग में टेस्ट क्रिकेट जरूर शामिल रहेगा। "
भुवनेश्वर ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे मैच में मिली जीत में तीन विकेट हासिल किये और भारत की तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। मैच के बाद प्रसारक और वह आईपीएलसे बातचीत करते समय भुवनेश्वर के चहरे पर काफी राहत दिखाई दे रही थी और उन्होंने ब्रॉडकास्टर से कहा, "मैं काफी खुश हूं कि मैंने यह पूरी सीरीज अच्छे से खेलते हुए गुजार ली।"
कब कब चोटिल हुए भुवी
तेज गेंदबाज का चोटों से रिश्ता कोई नया नहीं है। वह आईपीएल 2020 में केवल चार मैच ही खेल पाए थे और आईपीएल 2018 में 17 मैचों में से पांच मैच पीठ की परेशानी के कारण नहीं खेल पाए थे। उसी वर्ष भारत के इंग्लैंड दौरे पर भुवनेश्वर तीसरा टी-20 और पहले दो वनडे इन्ही परेशानियों के कारण नहीं खेल पाए थे। उन्हें फिर पांच मैचों की सीरीज के दौरान बीच में ही स्वदेश लौटना पड़ा था जब उसी साल वेस्ट इंडीज ने भारत का दौरा किया उन्हें अपने कार्यबोझ को संभालने के लिए विश्राम दिया गया। इसके अतिरिक्त उन्हें पांच मैचों की वनडे सीरीज के पहले दो मैचों से भी आराम दिया गया।
भुवनेश्वर हालांकि सौ फीसदी फिट नहीं थे लेकिन वह 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा था। लेकिन उन्हें वहां खेलने के लिए कोई मैच नहीं मिला। वह 2019 में इंग्लैंड में हुए एकदिवसीय विश्व कप में हैमस्ट्रिंग चोट के कारण अफगानिस्तान, वेस्ट इंडीज और इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैच नहीं खेल पाए। उन्हें वेस्ट इंडीज दौरे के लिए नहीं चुना गया और वह बगल में खिंचाव के चलते दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट और तीन टी 20 मैचों की सीरीज नहीं खेल पाए। जब बांग्लादेश की टीम साल के आखिर में भारत दौरे पर थी तो वह चोट के कारण तीन टी20 नहीं खेल पाए।
इन चोट के बारे में पूछे जाने पर भुवनेश्वर ने मुस्कराते हुए कहा, "मैं लम्बे भविष्य को लेकर कोई फैसला नहीं करता। पूर्व में भी जब चीजें मेरे पक्ष में नहीं रही हैं चाहे वह चोट या फॉर्म के कारण हो अपने कार्य बोझ को संभालने पर मेरा पूरा ध्यान लगा रहता है और टीम प्रबंधन भी अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश करता है। मैं लम्बे समय तक अनफिट रहा हूँ इसलिए मैंने महसूस किया है की की मुझे अपनी फिटनेस पर पूरा ध्यान देना है। मैं जानता हूँ की की आगे कई अन्य सीरीज के साथ इंग्लैंड दौरा भी है इसलिए मैं खुद को फिट रखने की पूरी कोशिश करूंगा।"
भुवनेश्वर ने तीन मैचों की इस सीरीज में कुल छह विकेट हासिल किये। केवल शार्दुल ठाकुर ने उनसे ज्यादा सात विकेट लिए। इस सम्बन्ध में पूछने पर भुवि ने अपने सहयोगी को श्रेय देते हुए कहा, "वह वही काम कर रहे हैं जो स्पिनर भारतीय टीम के लिए करते हैं। भुवनेश्वर ने शार्दुल के लिए कहा वह दूसरे चेंज बॉलर के रूप में उस समय गेंदबाजी करने आये जब बॉल ज्यादा स्विंग नहीं कर रही थी और इंग्लैंड की काफी बल्लेबाजी भी बची हुई थी। ऐसे में किसी गेंदबाज के लिए इस स्थिति में आना और विकेट निकलना काफी मुश्किल था। यदि आप मुझसे पूछें तो उन्होंने पूरा मैच ही बदल डाला। इस मैच में हम एक काम स्पिनर के साथ खेले लेकिन ठाकुर ने हमें ब्रेकथ्रू दिलाये और हमें ऐसी स्थिति में पहुंचाया जहाँ से हम मैच जीत सकते थे।"
भुवनेश्वर ने साथ ही कहा कि ठाकुर ने एक गेंदबाज के तौर पर काफी सुधार किया है फिर चाहे बात उनकी बल्लेबाजी की हो या गेंदबाजी की। टीम की जरूरत क्या होती है कि एक खिलाड़ी टीम की जीत में बल्ले या बॉल से कुछ योगदान दे। वह ऐसा टी 20 के समय से कर रहे हैं और अब उन्होंने टी 20 में भी ऐसा किया है आप उनके खेल में एक परिवर्तन देख सकते हैं। मेरी नजर में यह परिवर्तन नहीं बल्कि सुधार है और साथ ही उनका आत्मविश्वास भी दिखाई देता है।
भारतीय टीम जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर के तालमेल का सीमित ओवर इंटरनेशनल मैचों में स्वागत करेगी। भारतीय क्रिकेट में पदार्पण खिलाड़ियों के सत्रों में भुवनेश्वर को भुलाना आसान हो जाता लेकिन इस दिग्गज तेज गेंदबाज ने सूरज के ढलने और घोड़े को इन्तजार करने के लिए और समय दे दिया है।(वार्ता)