शाहबाज शरीफ बन सकते हैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ को उनका उत्तराधिकारी बनाकर 2018 के आम चुनावों में जाने की रणनीति बना रही है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ को नवाज शरीफ का उत्तराधिकारी घोषित करने से पहले ही पीएमएल-एन को उन्हें अंतरिम प्रधानमंत्री बनाना पड़ेगा। शाहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनने से पहले नेशनल असेंबली का सदस्य बनना होगा।
अंतरिम प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में रक्षामंत्री आसिफ ख्वाजा, योजना मंत्री अहसान इकबाल और पेट्रोलियम मंत्री शाहीद अब्बासी आगे चल रहे हैं। अंतरिम प्रधानमंत्री को कम से कम 45 दिनों तक देश का नेतृत्व संभालना होगा और इस दौरान शाहबाज पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर नेशनल असेंबली का चुनाव लड़ेंगे।
रेलमंत्री रफीक ने कहा कि अभी यह तय नहीं है कि अंतरिम प्रधानमंत्री 45 दिनों के लिए बनेंगे या फिर अगस्त 2018 में होने वाले चुनावों तक वे देश की बागडोर संभालेंगे? शाहबाज शरीफ 2008 से पंजाब के मुख्यमंत्री हैं। उनकी पहचान एक सक्षम प्रशासक के रूप में है, जो बुनियादी ढांचे के निर्माण और विकास पर ध्यान देते हैं। माना जाता है कि नवाज शरीफ की तुलना में सेना के साथ उनके बेहतर संबंध हैं।
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पनामा गेट मामले में नवाज शरीफ को शुक्रवार को दोषी करार देते हुए पद के अयोग्य ठहराया था। शरीफ ने इसके बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
विपक्षी दलों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि यह राष्ट्र की प्रगति में सहायक होगा तथा सत्ता पक्ष को और अधिक जवाबदेह बनाएगा। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने कहा कि अदालत के इस फैसले से पाकिस्तान को नई उम्मीद मिली है। यहां हर कोई जश्न मना रहा है। पीटीआई ने रविवार को देश में विजयी जुलूस निकालने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि पिछले साल पनामा पेपर्स लीक मामले में शरीफ और उनके परिवार के सदस्यों के नाम का खुलासा होने के बाद से ही पाकिस्तान में विपक्षी दलों की ओर से प्रधानमंत्री पद से शरीफ को हटाए जाने की मांग हो रही थी। शरीफ और उनके परिवार पर विदेश में संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगाए गए थे।
प्रधानमंत्री के तौर पर शरीफ का यह तीसरा कार्यकाल था और यह तीसरी बार है, जब 67 वर्षीय शरीफ का प्रधानमंत्री का कार्यकाल बीच में ही खत्म हो गया। 1947 में अस्तित्व में आने के बाद से अब तक पाकिस्तान के किसी प्रधानमंत्री ने अपना कार्यकाल को पूरा नहीं किया है। (वार्ता)