पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में छात्र की हत्या
पेशावर। पाकिस्तानी फौज और नेताओं के मानसिक दिवालिएपन से पूरा विश्व वाकिफ है और अब विश्वविद्यालयों में शिक्षा हासिल कर रही उनकी वर्तमान पीढ़ी की बर्बरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ईश निंदा करने वाले पत्रकारिता के एक छात्र को आज सरेआम बर्बरता से पीट-पीटकर से परिसर में ही मार दिया गया।
यह घटना उत्तरी पाकिस्तान के मरदान शहर की है जहां विश्वविद्यालय परिसर में पत्रकारिता के एक छात्र को आज दस छात्रों ने इतनी बेरहमी से पीटा कि उसके सिर के टुकड़े टुकड़े हो गए। स्थानीय पुलिस प्रमुख मोहम्मद नवाज शरीफ ने बताया कि दस छात्रों का एक समूह मसाल खान नाम के इस छात्र पर 'अल्लाहो अकबर' कहकर टूट पड़ा और उसे नंगा कर बेरहमी से इतना मारा कि उसका सिर टुकड़ों में बंट गया। ये छात्र जब अपनी इस बहादुरी को अंजाम दे रहे थे तो वहां मौजूद छात्र इस घटना का वीडियो बनाने में मशगूल थे और कोई भी उसकी मदद करने को आगे नहीं आया।
उन्होंने बताया कि इन छात्रों की योजना मशाल के शव को जलाने की थी। पुलिस ने इस मामले में दस छात्रों को गिरफ्तार किया है। हांलाकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उसने किस तरह ईशनिंदा की थी और क्या कहा था।
उसके शिक्षकों ने बताया कि वह बहुत प्रतिभाशाली और जिज्ञासु छात्र था और देश की राजनीति के बारे में हमेशा प्रतिक्रिया करता रहता था। हालांकि उसने कभी इस्लाम को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की।
पाकिस्तान में ईशनिंदा बहुत बड़ा अपराध माना जाता है और हाल ही में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने ऑनलाइन मीडिया में इस तरह की सामग्री हटाने के निर्देश देते हुए कहा कि जो भी इस तरह की घटनाओं में शामिल पाया जाएगा। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ईशनिंदा के आरोपों में 1990 से अब तक 65 लोगों की हत्या कर दी गई है। (वार्ता)