भारत और इसराइल से क्यों डर गया पाकिस्तान
इस्लामाबाद। भारत और इसराइल के बीच बढ़ती घनिष्ठता से पाकिस्तान बैचेन हो गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ का कहना है कि दोनों देशों मुस्लिम विरोधी हैं और दोनों का मकसद एक ही है। इसके गठजोड़ के बावजूद पाकिस्तान अपनी हिफाजत करने में सक्षम है।
ख्वाजा आसिफ ने पाकिस्तान के एक टेलीविजन चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा भारत और इसराइल के बीच गठजोड़ के बावजूद हम अपनी रक्षा करने में सक्षम हैं। दोनों देशों के बीच गहरी मित्रता पर निशाना साधते हुए पाकिस्तानी विदेशमंत्री ने कहा कि इसराइल और पाकिस्तान का मकसद एक ही है।
इसराइल और भारत दोनों को मुस्लिमों का दमन करने वाला बताते हुए ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इसराइल बड़े क्षेत्र पर अपना कब्जा जमाने के प्रयासों में जुटा हुआ है जो मुस्लिमों का है। वहीं दूसरी तरफ भारत भी कश्मीर में मुस्लिमों की जमीन कब्जा रहा है। इससे साफ है कि दोनों देशों का उद्देश्य एक जैसा ही है।
पाकिस्तान के इसराइल को मान्यता नहीं देने का जिक्र करते हुए ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत और इसराइल का यह गठजोड़ इस्लाम विरोध की वजह से है। उन्होंने कहा पाकिस्तान के फिलिस्तीनी के लोगों के साथ भावनात्मक रिश्ते हैं जबकि कश्मीर का मसला पाकिस्तान के अस्तित्व से जुड़ा हुआ है।
विदेशमंत्री ने कहा कि इसराइल और भारत के बीच गठजोड़ को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। इसके बावजूद पाकिस्तान अपनी रक्षा कर सकता है। देश और सरकार को दोनों देशों के बीच गठजोड़ से घबराने की कतई आवश्यकता नहीं है। हमारी सेना पूरी तरह से आतंकवाद के खिलाफ लड़ रही है और पाकिस्तान की रक्षात्मक क्षमता भी बढ़ी है। पाकिस्तान ने बड़ी संख्या में बलिदान के बाद आतंकवाद के खिलाफ सफलता पाई है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय प्रवक्ता भी कह चुके हैं कि भारत और इसराइल के बीच बढ़ते गठजोड़ पर इस्लामाबाद पूरी तरह निगाह रखे हुए है। गौरतलब है कि इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू रविवार को छह दिन के दौरे पर भारत आए हैं और नई दिल्ल के पालम वायुसैनिक हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर नेतन्याहू की अगवानी की थी। (वार्ता)