Last Modified: वॉशिंगटन ,
बुधवार, 13 मार्च 2013 (21:44 IST)
साइबर क्राइम से अरबों डॉलर का घाटा : ओबामा
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वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश में बढ़ रहे साइबर हमलों पर चिंता जताते हुए कहा कि इससे न सिर्फ अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा है, बल्कि इसके जरिए खुफिया जानकारियां भी चुराईं जा रही हैं।
ओबामा ने साइबर खतरों पर कॉर्पोरेट प्रतिनिधियों के साथ होने वाली बैठक से पहले एक टेलीविजन चैनल के साथ साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका की साइबर सुरक्षा में लगातार सेंध लगाई जा रही है।
उन्होंने चीन द्वारा अमेरिकी वेबसाइटों में सेंध लगाने (हैकिंग) की लगातार बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए, कहा कि इसकी वजह से अमेरिका को आर्थिक और सामरिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
कुछ अमेरिकी सांसदों के इस आरोप पर कि अमेरिका चीन के साथ एक किस्म का इलेक्ट्रानिक युद्ध लड़ रहा है। ओबामा ने कहा, आपको हर तरह की लड़ाई के लिए तैयार रहना चाहिए। साइबर जासूसी अथवा साइबर हमलों तथा सामान्य युद्ध में काफी बड़ा अंतर है। कुछ साइबर हमले पूरी तरह सरकार प्रायोजित होते हैं और कुछ साइबर अपराधियों द्वारा किए जाते हैं।
ओबामा ने कहा, हमने चीन और कुछ अन्य देशों को स्पष्ट तौर पर बता दिया है कि हम उनसे अंतरराष्ट्रीय नियमों, कानूनों का पालन करने की उम्मीद करते हैं। इस सिलसिले में सरकार पहले भी कई देशों को चेतावनी दे चुकी है।
गौरतलब है कि ओबामा का परिवार और कई अन्य अमेरिकी अधिकारी भी हैकरों के निशाने पर हैं। हाल में अमेरिकी अधिकारियों ने बताया था कि वह राष्ट्रपति के परिवार पर हुए साइबर हमलों से संबंधित खबरों की जांच कर रहे हैं।
हालांकि ओबामा ने कहा कि उन्हें इस घटना की सच्चाई के संबंध में कोई जानकारी नहीं है कि हैकरों ने उनकी पत्नी मिशेल से जुड़ी वित्तीय और निजी जानकारियों को इंटरनेट पर डाल दिया है। (वार्ता)