सामग्री : दारू हल्दी 25 ग्राम, शुद्ध मधु 25 ग्राम और तुत्थ भस्म 1 रत्ती।
पहले एक लीटर पानी में दारू हल्दी को डालकर यथाविधि क्वाथ बनाएँ। आधा शेष रह जाने पर उतारकर साफ कपड़े से छान लें। फिर इस क्वाथ में शुद्ध शहद मिलाकर फिल्टर पेपर से छानकर शीशी में भरकर रख लें। ऊपर से इसमें तुत्थ भस्म को मिला दें। यह नेत्र विकारों के लिए उत्तम अंजन है।
विधि : 2-2 बूँदें रोगी के नेत्रों में दिन में 2-3 बार डालें। इस प्रयोग से आँखों की खुजली, आँखों से पानी बहना, नेत्र लालिमा आदि विभिन्न नेत्र रोगों में लाभ होता है।
* गुलाबी फिटकरी आधा ग्राम, गुलाब अर्क 40 मिली में डालकर 3-3 बूँद आँखों में तीन बार डालें और कनपटी पर गीले चूने का एक इंच लेप कर दें। नीम के उबाले पानी से नेत्रों को धोएँ।
चेतावनी : आँखें शरीर का सबसे नाजुक अंग होती है अत: उपरोक्त कोई भी प्रयोग अमल में लाने से पूर्व अपने निजी चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।