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पागल युवती
- नंदकिशोर
लाज का पर्याय औरतजब सड़कों परनंगी घूमती हैतब इसका मतलब उसकेमस्तिष्क का वहविस्फोट हैजिसमें शर्म के हर शीशेचकनाचूर होकरध्वस्त हो जाते हैंनंगी औरत जब बाजार मेंहंसती हैतब इसका अभिप्राय होता हैवह चली गई हैआदि मानव के इतिहास से भी पीछेऔर खड़ी हैबंदरों से जरा ही आगेवह काला हाथ कहां हैजिसने तोड़ दिया है शीशाऔर फेंक दिया हैएक औरत को इतना पीछे?...