हंसी नहीं रुकेगी आपकी इस चुटकुले को पढ़कर : चम्पू ने भरी बिना मंजिल के उड़ान, फिर क्या हुआ?
चम्पू: आज मैंने एक ऐसा सपना देखा,
जिसमें मैं उड़ रहा था।
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पप्पू: अरे वा! कहां उड़ रहे थे?
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चम्पू: कहीं नहीं, बस उड़ रहा था।
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पप्पू: बिना मंजिल के?
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चम्पू: हां, बिना मंजिल के,
बस उड़ रहा था।
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पप्पू: अरे यार,
तब तू तो पंखा चला रहा होगा।
हा...हा...हा...