विश्व स्वास्थ्य दिवस 2017 : डिप्रेशन से बचाएंगे यह 5 उपाय
प्रत्येक वर्ष 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की शुरुआत 1950 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा की गई थी और इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक स्वास्थ्य और उससे जुड़ी समस्याओं पर विचार करना है। प्रत्येक वर्ष इस के लिए एक थीम निर्धारित की जाती है, जो आंकड़ों के अनुसार वर्ष विशेष में स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले विषयों के आधार पर होती है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस 2017 का विषय, डिप्रेशन यानि तनाव को चुना गया है। मानसिक तनाव और डिप्रेशन, स्वस्थ और सेहतमंद जीवनशैली को बेहद प्रभावित करता है। इसका प्रभाव न केवल आपके मन व मस्तिष्क पर नकारात्मक रूप से पड़ता है, बल्कि यह आपको शारीरिक रूप से भी कमजोर कर देता है। डिप्रेशन से बचने के लिए उसे जानना और दूर करने का प्रयास करना बहुत जरूरी है। जानिए डिप्रेशन से बचने में कौन से उपाय हैं बेहद कारगर -
1 परिवार और दोस्तों के साथ वक्त बिताएं - अत्यधिक तनाव के समय किसी से मिलने जुलने या बातें करने का बिल्कुल मन नहीं करता। लेकिन यकीन मानिए यह तरीका आपको डिप्रेशन में जाने से बचा सकता है। जब भी आपको लगे कि आप मानसिक तनाव या डिप्रेशन के शिकार हैं, अपने परिवार के लोगों या खास दोस्तों के साथ समय बिताएं और बातें करें।
2 सामाजिक सक्रियता - सामाजिक रूप से सक्रिय रहना आपको व्यस्त भी बनाए रखेगा और तनाव के कारण की ओर से आपका ध्यान भी बंटेगा। इससे आप नकारात्मकता के शिकार न होकर अपनी ऊर्जा का सही उपयोग कर पाएंगे। कुछ समय में आप सकारात्मकता का अनुभव करेंगें।
3 नकारात्मकता से दूर रहें - खुद को सकारात्मक बनाएं और प्रोत्साहित करें। अपनी खूबियों और अब तक की उपलब्धियों की लिस्ट बनाएं या फिर कुछ अच्छा और उपयोगी कार्य करने के लिए योजना बनाएं। खुद से प्रेम करें और हर चीज को सकारात्मक नजरिए से देखें।
4 भरपूर नींद लें - तनावग्रस्त होने पर अपनी नींद का पूरा ध्यान रखें। कम से कम आठ घंटे की नींद जरूर लें। नींद पूरी होगी तो दिमाग को आराम मिलेगा और वह बगैर तनाव के बेहतर तरीके से कार्य करेगा। छोटे-मोटे तनाव के लिए नींद एक बेहतरीन इलाज है।
5 धूप लें - सुबह के समय या फिर जब भी आप सहज हों हल्की धूप जरूर लें। इससे आपका मन और मस्तिष्क को आराम मिलता है और तनाव भी दूर होता है। प्राकृतिक स्थानों पर जाएं या फिर घर के आंगन, बरामदे या बालकनी में शांत मन से बैठें।