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क्या है phone call anxiety? जानें इसके लक्षण

phone call anxiety
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क्या फोन की रिंगटोन बजते ही आप टेंशन में आ जाते हैं? या आप भी फोन कॉल अवोइड करते हैं। कई लोगों को फोन कॉल पर बात करना पसंद नहीं होता है। पर कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें फोन कॉल पर बात करने से स्ट्रेस या टेंशन होने लगती है। ऐसे लोग फोन लगाने से पहले भी कई बार सोचते हैं। साथ ही किसी का फोन आने पर भी उसे पिचक करने के लिए बहुत बार सोचते हैं। इस परिस्थिति को फोन कॉल एंग्जायटी भी कह सकते हैं। फोन कॉल एंग्जायटी होने के कारण आपकी डेली एक्टिविटी प्रभावित हो सकती हैं। साथ ही आपको बात चीत करने में व लोगों से कनेक्ट रहने में भी परेशानी आ सकती है। हाल ही में इंस्टाग्राम पर therapist Alison Seponara ने फोन कॉल एंग्जायटी के कुछ लक्षण बताए हैं। चलिए जानते हैं इन लक्षणों के बारे में...
 
1. गलत बोलने का डर होना: Alison Seponara के अनुसार जिन्हें फोन कॉल एंग्जायटी होती है उन्हें अक्सर इस बात का डर होता है कि वो कुछ गलत न बोल दें। इसके साथ ही वो सामने वाले के सवालों के लिए तैयार नहीं रहते हैं। उन्हें पता नहीं होता कि क्या जवाब दें। ऐसे में उन्हें लगता है कि वो गलत जवाब न दे दें। 
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2. Awkward Silence का डर: फोन कॉल एंग्जायटी होने पर व्यक्ति को चुपी अच्छी नहीं लगती है। खामोशी के कारण उन्हें कॉल रखने का मन करता है। साथ ही awkward silence के कारण उनका स्ट्रेस बढ़ जाता है। इसके साथ ही व्यक्ति को फोन रखने पर या बात खत्म करने पर भी परेशानी होती है। वह सोचता है कि बात को कैसे खत्म किया जाए। 
3. आपातकाल की स्थिति: फोन कॉल एंग्जायटी होने के कारण लोग आपको ज्यादा कॉल नहीं करते हैं। साथ ही जब आपको लोग कॉल करते हैं तो आपको ऐसा लगता है कि कुछ इमरजेंसी है। ऐसा सोचने से व्यक्ति और अधिक स्ट्रेस लेता है और ओवर थिंक कर लेता है। 
 
4. बातों का अभ्यास करना: फोन कॉल आने से पहले व्यक्ति बातों का अभ्यास करता है कि उसे क्या बात करनी है। ऐसा इसलिए क्योंकि व्यक्ति को पता नहीं होता है कि उसे क्या बोलना है। यह स्थिति साधारण नहीं है क्योंकि आम तौर पर लोग ऐसा नहीं करते हैं। 
 
5. न कहने का डर होना: फोन कॉल एंग्जायटी होने पर लोगों को न कहने का डर होता है। लोग सोचते हैं कि अगर सामने वाले व्यक्ति ने मुझसे कोई ऐसा काम बोला जिसे मैं नहीं कर सकता तो मैं उसे कैसे न बोलूंगा/बोलूंगी। जनरल एंग्जायटी में भी लोग न बोलने पर बहुत घबराते हैं और अपनी बात ठीक से नहीं रख पाते। 
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