मिलिंद सोमन की मां 85 साल की उम्र में कैसे रखती हैं खुद को इतना फिट, जानिए उनके फिटनेस सीक्रेट
fitness habits for good health : जब बात फिटनेस और उम्र को मात देने की आती है, तो सुपरमॉडल और आयरनमैन मिलिंद सोमन का नाम सबसे पहले आता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनकी प्रेरणा कौन हैं? खुद उनकी मां, उषा सोमन, जो 85 साल की उम्र में भी फिटनेस का एक अद्भुत उदाहरण पेश करती हैं! उनकी ऊर्जा, सक्रियता और सकारात्मकता देखकर कोई भी हैरान रह जाता है।
मिलिंद सोमन अक्सर सोशल मीडिया पर अपनी मां के फिटनेस वीडियो साझा करते रहते हैं, जिनमें वह पुश-अप्स करती, प्लैंक करती या दौड़ती हुई नज़र आती हैं। यह देखकर लाखों लोग प्रेरित होते हैं कि 85 की उम्र में भी ऐसी फिटनेस कैसे हासिल की जा सकती है। आइए जानते हैं उषा सोमन का वह रूटीन जिसे फॉलो कर वह खुद को इतना फिट रखती हैं और हम उनसे क्या सीख सकते हैं।
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फिटनेस जर्नी कभी भी कर सकते हैं शुरू : उषा सोमन इस बात का जीता-जागता प्रमाण हैं कि फिटनेस के लिए कोई उम्र सीमा नहीं होती। अगर आपने अभी तक अपनी फिटनेस जर्नी शुरू नहीं की है, तो देर किस बात की? चाहे आप 40 के हों या 80 के, आप कभी भी अपनी सेहत का ध्यान रखना शुरू कर सकते हैं। बस ज़रूरत है एक दृढ़ निश्चय की।
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नियमितता है ज़रूरी : किसी भी फिटनेस रूटीन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है नियमितता। उषा सोमन नियमित रूप से अपनी एक्सरसाइज़ करती हैं, चाहे वह योग हो, चलना हो या हल्के-फुल्के व्यायाम। थोड़े-थोड़े समय के लिए भी अगर आप हर दिन सक्रिय रहते हैं, तो उसके चौंकाने वाले परिणाम मिल सकते हैं।
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योग से पाएं निरोगी काया : उषा सोमन योग की बड़ी समर्थक हैं। योग न केवल शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है, बल्कि यह मानसिक शांति और एकाग्रता भी प्रदान करता है। अपनी दिनचर्या में कुछ मिनटों के लिए ही सही, योग को शामिल करें। यह आपको अंदर से मजबूत और शांत महसूस कराएगा।
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प्रकृति के करीब जाएं : मिलिंद और उनकी मां दोनों ही प्रकृति के करीब रहना पसंद करते हैं। खुली हवा में चलना, दौड़ना या बस कुछ देर प्रकृति के बीच समय बिताना, शरीर और मन दोनों के लिए फायदेमंद होता है। प्रदूषण और व्यस्त जीवनशैली के बीच प्रकृति से जुड़ाव आपको तरोताजा और ऊर्जावान बनाए रखता है।
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अंदर से बनाएं खुद को मजबूत : शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ, मानसिक मजबूती भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। उषा सोमन का सकारात्मक दृष्टिकोण और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता उन्हें अंदर से मजबूत बनाती है। तनाव कम करें, सकारात्मक सोचें और अपनी आंतरिक शक्ति पर विश्वास करें।
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सीखते रहें नए काम : उषा सोमन की सबसे प्रेरणादायक आदतों में से एक है नए काम सीखते रहना। उम्र के इस पड़ाव पर भी वह सक्रिय रहती हैं और नई चीजें सीखने से कतराती नहीं हैं। यह उनके दिमाग को सक्रिय और युवा रखता है। नई भाषा सीखना, कोई नया शौक अपनाना या किसी नए विषय पर पढ़ना, आपके मस्तिष्क को तेज बनाए रखने में मदद करता है।
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जो भी करें खुश होकर करें : उनकी फिटनेस का एक बड़ा रहस्य यह भी है कि वह जो भी करती हैं, खुशी और उत्साह के साथ करती हैं। काम हो या व्यायाम, उसे बोझ न मानें, बल्कि उसका आनंद लें। खुशी आपको ऊर्जावान बनाए रखती है और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण देती है।
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किसी के जीवन में प्रेरणा बनें : उषा सोमन अनजाने ही सही, लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि हमारी जीवनशैली दूसरों को प्रेरित कर सकती है। अपने आस-पास के लोगों को फिटनेस और स्वस्थ जीवनशैली के लिए प्रोत्साहित करें, और आप खुद भी और अधिक प्रेरित महसूस करेंगे।