5 स्थिति में बिल्कुल न करें हल्दी का प्रयोग
यूं तो सेहत और सुंदरता के लिहाज से हल्दी के कई फायदे हैं और एंटीबायोटिक के रूप में भी हल्दी का इसतेमाल किया जाता है। लेकिन सभी के लिए हल्दी उतनी ही फायदेमंद हो, यह जरूरी नहीं है। बल्कि कुछ स्थितियों में हल्दी का प्रयोग आपके लिए बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है। जानिए किन स्थतियों में नहीं करना चाहिए हल्दी का प्रयोग -
1 गर्भावस्था में - गर्भावस्था में या फिर शिशु होने के बाद तक हल्दी का प्रयोग महिलाओं के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। हल्दी को मासिक धर्म में रूकावट या अन्य समस्याओं में काफी सहायक माना जाता है जो गर्भाशय को उत्तेजित या सक्रिय करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके अलावा हल्दी का प्रयोग टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को कम करने में भी सहायक है।
2 पथरी - यदि आपको पित्ताशय में पथरी है तो हल्दी का उपयोग करना अतिरिक्त दर्द भी पैदा कर सकता है। इसलिए पित्ताशय में पथरी होने पर हल्दी का इस्तेमाल भोजन में कम ही करें और दर्द से दूर रहें। इसके अलावा किडनी में पथरी होने पर भी हल्दी का प्रयोग इसे बढ़ाने में मदद करता है।
3 शुक्राणुओं में कमी - पुरुषों में हल्दी का अधिक प्रयोग शुक्राणुओं में कमी लाने का कार्य करता है। ऐसे में आप यदि परिवार की योजना बना रहे हैं, तो हल्दी का ज्यादा प्रयोग न करें।
4 डाइबिटीज - हल्दी का प्रयोग शर्करा के स्तर को कम करने का कार्य करता है। जिससे रोगी रक्त में शर्करा के कम होते स्तर को महसूस करता है। इसका मतलब है कि डाइबिटीज के रोगियों को हल्दी का प्रयोग करने की इजाजत जरूर है, लेकिन सीमित मात्रा में।
5 सर्जरी होने पर - यदि आप किसी प्रकार की सर्जरी से गुजरते हैं तो आपको हल्दी का प्रयोग बिल्कुल बंद कर देना चाहिए। इसका प्रमुख कारण यह है कि हल्दी रक्त का थक्का जमने से रोकती है, और इस वजह से सर्जरी के दौरान या बाद में अतिरिक्त खून भी बह सकता है।