सेहत के लिए दौड़ना सही या पैदल चलना, दोनों के 5 फायदे
भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहत का ख्याल रखना भी जरूरी है। आज के वक्त में वेल्थ के साथ हेल्थ भी जरूरी है। वहीं देखा जाएं तो बहुत से लोग हेल्थ को लेकर काफी सजग नजरआने लगे हैं। लेकिन जानकारी के अभाव में हेल्थ को लेकर एक सही गोल पर नहीं पहुंच पाते हैं। लोग अक्सर समझ नहीं पाते हैं कि उनके लिए वॉकिंग करना अच्छा है या दौड़ना। तो आइए जानते हैं दोनों में से क्या बेहतर है -
बता दें कि दोनों ही कार्डियो एक्सरसाइज है। और दोनों को अलग - अलग लाभ है।
वॉकिंग - वॉकिंग के लिए बहुत अधिक तैयारी की जरूरत नहीं होती है। इसके लिए शूज अच्छे होना जरूरी है। एक्सपर्ट के अनुसार रोज 35 से 40 मिनट चलना ही चाहिए। वॉकिंगभी एक कार्डियों एक्सरसाइज है। वॉक करने से हार्ट बीमारी से निजात मिलती है, हड्डियां मजबूत होती है। मांसपेशियां की शक्ति बढ़ाने में मदद होती है, एक्स्ट्रा चर्बी कम होती है। नियमित रूप से रोज वॉक करने पर दिल की बीमारी का खतरा, टाइप 2 डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारी से राहत मिलती है। वॉक करने से ब्लड सुर्कलेशन भी अच्छा होता है। मूड अच्छा रहता है। तनाव कम होता है। वजन कम करने में मदद मिलती है।
- तेज गति से चलने पर 9.3 फीसदी दिल की बीमारी की आशंका कम हो जाती है।
- 7.2 फीसदी तक रक्तचाप का खतरा कम हो जाता है।
- 12 फीसदी डायबिटीज का खतरा कम किया जा सकता है।
- 4.3 फीसदी कोलेस्ट्रोल का खतरा कम किया जा सकता है।
- प्रतिदिन 10 हजार कदम चलने से कई गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
दौड़ना - शुरूआत में दौड़ने के लिए कुछ परेशानी आ सकती है। जैसे भागते-भागते पैर मुड़ जाना, गिर जाना। नियमित रूप से करने पर रूटिन में आ जाता है। दौड़ने से कई सारी बीमारियों से निजात मिलती है। अगर आपको दिल की बीमारी या श्वास की बीमारी है तो वॉकिंग करना बेहतर है। अन्यथा समस्या हो सकती है। तो आइए जानते हैं दौड़ने से होने वाले लाभ के बारे में -
दौड़ने के फायदे
- रक्त संचार बढ़ता है।
-मांसपेशियों मजबूत होती है।
-तेजी से वजन कम करने के लिए दौड़ना बेहतर विकल्प है।
-डायबिटीज का खतरा कम होता है। इंसुलिन बनने की प्रक्रिया बेहतर होती है।
-दौड़ने से आत्मविश्वास भी बढ़ता है