उफ, ये पसीने की बदबू
पसीने का नहीं बदबू का इलाज करें
गर्मी के मौसम में प्रायः सभी को पसीना आता है। कुछ लोगों को बहुत ज्यादा पसीना आता है, तो कुछ को कम। शारीरिक श्रम करने वाले व्यक्तियों को ज्यादा पसीना आता है। पसीने के साथ शरीर से अनावश्यक अमोनिया, प्रोटीन, वसा, अम्ल व नमक भी बाहर आ जाते हैं, इसलिए पसीना खारा सा होता है।पसीना आने का कारण शरीर की त्वचा की नमी बरकरार रखना होता है। धूप में, ज्यादा गर्मी में त्वचा सूखे नहीं, खराब न हो, इसलिए पसीना कुदरती तौर पर आता है।पसीना आना बुरी बात नहीं है, यह शरीर व स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, लेकिन पसीने में बदबू आना बुरी बात होती है। यह समस्या कुछ लोगों को होती है, सभी को नहीं। पसीना सूखने पर त्वचा पर यूरिया व नमक जैसे तत्व रह जाते हैं, ये रोगाणुओं को आकर्षित करते हैं और दुर्गंध का कारण बनते हैं। यदि इन्हें तुरंत न हटाया गया तो ये घमौरियाँ पैदा करते हैं।कुछ लोगों को ज्यादा पसीना आने पर भी वह बदबू नहीं मारता, लेकिन कुछ लोगों को थोड़ा पसीना आता है और वह बदबू मारता है, यह बदबू असहनीय होती है। इससे छुटकारा पाना ज्यादा कठिन नहीं है।इसके कारणों में- बदहजमी रहना, उल्टा-पुल्टा खाना, ज्यादा नमक का प्रयोग करना आदि कुछ भी हो सकते हैं।उपचार : पेट साफ रखें, सात्विक भोजन करें, पानी खूप पिएँ तथा दोनों वक्त स्नान करें।
* नहाने के पानी में डेटॉल, यूडीकोलोन, खस या गुलाबजल कोई भी एक चीज की कुछ बूँदें डालकर स्नान करें। स्नान के बाद किसी अच्छी कम्पनी का बॉडी स्प्रे प्रयोग करें।* जिन्हें अधिक दुर्गंध वाला पसीना आता हो, वे बाथ साल्ट पानी में डालकर स्नान करें, सुगंधित पावडर प्रयोग करें।* नहाने के बाद कपड़े पर हल्का परफ्यूम इस्तेमाल करें, याद रखें तीखा परफ्यूम आपके आस-पास वालों को अपने तीखेपन से परेशान कर सकता है।* गर्मियों में हमेशा सूती व पतले कपड़े पहनें, भारी व सिंथेटिक कपड़ों से बचें, ये पसीने को न्योता देते हैं।