Shri Ganesh visarjan 2019 : श्री गणेश को कर रहे हैं बिदा तो यह 1 मंत्र जरूर बोलें
श्री गणेश विसर्जन से पूर्व स्थापित गणेश प्रतिमा का संकल्प मंत्र के बाद षोड़शोपचार पूजन-आरती करें। गणेशजी की मूर्ति पर सिंदूर चढ़ाएं। मंत्र बोलते हुए 21 दूर्वा-दल चढ़ाएं। 21 लड्डुओं का भोग लगाएं। इनमें से 5 लड्डू मूर्ति के पास चढ़ाएं और 5 ब्राह्मण को प्रदान कर दें। शेष लड्डू प्रसाद के रूप में बांट दें। पूजन के समय यह मंत्र बोलें-
ॐ गं गणपतये नम:
दूर्वा-दल चढ़ाते समय यह मंत्र बोलें
गणेशजी को 21 दूर्वादल चढ़ाई जाती है। दो दूर्वा-दल नीचे लिखे नाममंत्रों के साथ चढ़ाएं।
ॐ गणाधिपाय नम:
ॐ उमापुत्राय नम:
ॐ विघ्ननाशनाय नम:
ॐ विनायकाय नम:
ॐ ईशपुत्राय नम:
ॐ सर्वसिद्धप्रदाय नम:
ॐ एकदन्ताय नम:
ॐ इभवक्त्राय नम:
ॐ मूषकवाहनाय नम:
ॐ कुमारगुरवे नम:
इसके बाद श्रीगणेश की आरती उतारें और विसर्जन स्थल पर ले जाकर पुन: एक बार आरती करें व गणेश प्रतिमा जल में विसर्जित कर दें और यह मंत्र बोलें-
यान्तु देवगणा: सर्वे पूजामादाय मामकीम्।
इष्टकामसमृद्धयर्थं पुनर्अपि पुनरागमनाय च ॥
यदि नदी या तालाब से थोड़ा जल लेकर गणेश प्रतिमा पर चढ़ा दिया जाए तो यह भी विधिवत विसर्जन ही माना जाएगा, ऐसा धर्म ग्रंथों में उल्लेख है।