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Written By WD Feature Desk
Last Updated : बुधवार, 11 जून 2025 (18:40 IST)

पापा सिर्फ शब्द नहीं, पूरी जिंदगी का सहारा हैं...फादर्स डे पर इमोशनल स्पीच

papa par nibandh in hindi
fathers day par speech in hindi: जब भी फादर्स डे आता है, तो दिल अनगिनत भावनाओं से भर जाता है। यह कोई औपचारिक दिन नहीं, बल्कि हमारे उस हीरो के लिए है जो जिंदगी भर बिना कुछ कहे हमारा साथ निभाता है। मां के बारे में अक्सर लोग बात करते हैं, उनके प्यार को शब्दों में पिरोते हैं लेकिन पिता? वह तो हर बार बस चुपचाप अपने फर्ज निभाता चला जाता है। यही वजह है कि जब पापा की बात आती है, तो शब्द कम और भावनाएं ज्यादा होती हैं।
 
जब भी फादर्स डे आता है, तो दिल अनगिनत भावनाओं से भर जाता है। यह कोई औपचारिक दिन नहीं, बल्कि हमारे उस हीरो के लिए है जो ज़िंदगी भर बिना कुछ कहे हमारा साथ निभाता है। मां के बारे में अक्सर लोग बात करते हैं, उनके प्यार को शब्दों में पिरोते हैं, लेकिन पिता? वह तो हर बार बस चुपचाप अपने फर्ज निभाता चला जाता है। यही वजह है कि जब पापा की बात आती है, तो शब्द कम और भावनाएं ज्यादा होती हैं।
 
पिता – वो खामोश ढाल, जो हमेशा मेरे पीछे खड़ा रहा
पापा वो हैं, जो सुबह सबसे पहले उठते हैं और रात को सबसे आखिर में सोते हैं। उन्होंने कभी शिकायत नहीं की, कभी ज्यादा उम्मीदें नहीं जताईं। लेकिन जब जरूरत पड़ी, तो बिना कहे अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया। वो वो शख्स हैं, जो शायद कभी खुलकर प्यार नहीं जताते, लेकिन जब आप गलत रास्ते पर होते हैं तो डांट के पीछे उनका डर छिपा होता है कहीं आप गिर न जाओ।
 
बचपन की हर खुशी में पापा की परछाई थी
जब हम छोटे थे, तो लगता था कि पापा तो बस ऑफिस जाते हैं, पैसे कमाते हैं और टीवी देखते हैं। पर जैसे-जैसे बड़े हुए, समझ में आया कि वो सिर्फ पैसे नहीं कमा रहे थे, वो हमारी जरूरतों को बिना कहे पूरा करने का तरीका ढूंढ रहे थे। बचपन की वो साइकिल, स्कूल की पहली फीस, कॉलेज की दाखिला राशि, सब कुछ उन्होंने कभी जाहिर नहीं किया, बस ‘कर दिया’। उस एक ‘कर देने’ में जो त्याग, जिम्मेदारी और प्रेम छिपा था, वह शब्दों से परे है।
 
पिता – हमारी पहचान, हमारी प्रेरणा
कभी-कभी हम भूल जाते हैं कि हम जो आज हैं, उसमें हमारे पापा का सबसे बड़ा योगदान है। उन्होंने हमें न सिर्फ आर्थिक सहारा दिया, बल्कि मानसिक रूप से भी मज़बूत बनाया। हर बार जब हमने हार मानी, पापा ने बिना डांटे कहा, “कोशिश कर बेटा, मैं हूं ना।” ये 'मैं हूं ना' सुनकर ही कितनी बार हिम्मत लौट आई, हम कभी समझ ही नहीं पाए।
 
उनकी चुप्पी में भी एक गूंज होती है
पिता के प्यार को अक्सर लोग मां के प्यार से कमतर आंकते हैं, क्योंकि वो मीठे शब्दों में नहीं, बल्कि कर्तव्यों में जीते हैं। उनकी एक झलक, एक सहमति में जो सुकून मिलता है, वो किसी बड़े भाषण से कहीं अधिक असरदार होता है। वे आपकी छोटी-छोटी कामयाबियों पर भी उतने ही गर्व महसूस करते हैं, जितना शायद आप खुद भी नहीं करते।
 
फादर्स डे पर क्या करें? सिर्फ एक बात कहें – “पापा, आप सबसे स्पेशल हो”
इस फादर्स डे पर कुछ बड़ा करने की जरूरत नहीं। बस बैठिए उनके पास, उनका हाथ थामिए और कहिए, “पापा, आपने मेरे लिए जो कुछ भी किया, वो कभी शब्दों में नहीं कहा जा सकता। मैं आज जो भी हूं, आपके कारण हूं। आप मेरे जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा हो।” यकीन मानिए, आपकी ये बात उनके दिल को छू जाएगी, शायद उनकी आंखों में नमी भी आ जाए, वो नमी, जो शायद पहली बार आपने देखी हो।