बेकाबू हुआ किसान आंदोलन, लाल किले पर फहराया झंडा
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों के बाद पूर्व निर्धारित मार्ग से हटकर प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर पर सवार होकर लाल किला पहुंचे। कुछ लोग तो लालकिले की प्राचीर पर चढ़ गए और वहां झंडा भी फहराया।
प्रदर्शनकारी काफी देर तक लाल किले पर डटे रहे। बाद में दिल्ली पुलिस ने मोर्चा संभाला। बाद में पुलिसकर्मी झंडे को हटाने की कोशिश करती भी दिखाई दी।
हंगामे से योगेंद्र यादव नाराज: योगेन्द्र यादव ने कहा कि जो हुआ वह निंदनीय और शर्मिंदगी का विषय है। लालकिले की प्राचीर पर झंडा फहराना गलत है। कुछ लोगों की वजह से पूरा आंदोलन बदनाम हो रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा के संगठन ने ऐसा नहीं किया है। योगेन्द्र यादव ने समाचार चैनल पर कहा कि वे प्रदर्शनकारियों से अपील करते हैं कि वे वापस अपने रूट पर लौटें और निर्धारित मार्ग पर ही मार्च निकालें।
10 से ज्यादा मेट्रो स्टेशन बंद : राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों के बाद मंगलवार को मध्य एवं उत्तर दिल्ली के 10 से ज्यादा मेट्रो स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए।
आईटीओ पर भिड़ंत : कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के राष्ट्रीय राजधानी के आईटीओ पहुंचने के बाद लुटियन दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश पर पुलिस के साथ भिड़ंत हुई। पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
किसानों ने तय समय से पहले विभिन्न सीमा बिंदुओं से अपनी ट्रैक्टर परेड शुरू की। किसान अनुमति नहीं मिलने के बावजूद मध्य दिल्ली के आईटीओ पहुंच गए। प्रदर्शनकारी हाथ में डंडे लेकर पुलिस कर्मियों को दौड़ाते हुए दिखे। पुलिस ने भी लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया।