Candidate Name |
राजीव चंद्रशेखर |
State |
Kerala |
Party |
Bhartiya Janata Party |
Constituency |
Thiruvananthapuram |
Candidate Current Position |
Ex MP |
rajeev chandrasekhar biography in hindi : राज्यसभा सदस्य रहे केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) पहली बार केरल की तिरुवनंतपुरम सीट लोकसभा चुनाव के मैदान में हैं। यहां उनका मुकाबला पूर्व राजनयिक और कांग्रेस से वर्तमान सांसद शशि थरूर से होगा। राजीव चंद्रशेखर मोदी सरकार में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री हैं।
उद्यमी, टेक्नोक्रेट चंद्रशेखर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे चुके हैं। चंद्रशेखर जुपिटर कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड के बोर्ड के संस्थापक और सलाहकार भी हैं। वे संसद में 2जी घोटाले जैसे भ्रष्टाचार को उठाने वाले पहले व्यक्ति थे और शासन से संबंधित मुद्दों पर मुखर रहे हैं।
राजनीतिक करियर : चंद्रशेखर ने 2005 में अपना दूरसंचार कारोबार बीपीएल मोबाइल बेच दिया था और राजनीति में प्रवेश किया था। अगले ही साल भाजपा और जनता दल (सेक्युलर) दोनों के समर्थन से कर्नाटक से एक स्वतंत्र सांसद के रूप में संसद के ऊपरी सदन के लिए चुने गए। वे 2012 और 2018 में फिर से चुने गए। आखिरी बार वे भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुने गए थे।
जन्म और शिक्षा : राजीव चंद्रशेखर का जन्म गुजरात के अहमदाबाद में 31 मई 1964 को मलयाली परिवार हुआ। एयर कमोडोर एमके चंद्रशेखर और श्रीमती वल्ली चंद्रशेखर के घर जन्मे राजीव ने भारत के विभिन्न स्कूलों में पढ़ाई की और मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।
राजीव चंद्रशेखर ने शिकागो के इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से 1988 में कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स पूरा किया। उन्हें विनोद धाम ने इंटेल के लिए चुना और उन्होंने 1988 से 1991 तक वहां आर्किटेक्चरल संबंधी काम किया। इंटेल में वह उस टीम का हिस्सा रहे, जिसने आई 486 प्रोसेसर डिजाइन किया था। उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम भी पूरा किया।
भारत लौटने के बाद 1991 में राजीव चंद्रशेखर बीपीएल ग्रुप का हिस्सा बने। 1994 में राजीव चंद्रशेखर ने बीपीएल मोबाइल की स्थापना की, जो मुंबई जैसे स्थानों पर लाइसेंस के साथ भारत की प्रमुख दूरसंचार कंपनियों में से एक है। जुलाई 2005 में उन्होंने बीपीएल कम्युनिकेशंस में अपनी 64 प्रतिशत हिस्सेदारी एस्सार ग्रुप को 1.1 अरब अमेरिकी डॉलर में बेची थी।
अप्रैल 2013 में राजीव चंद्रशेखर को एक उद्यमी के रूप में काम करने के लिए विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, बेलगाम द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था।