कम्प्यूटर सिन्ड्रॉम से निपटने के उपाय
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डॉ. प्रशांत भारतीय कम्प्यूटर के लगातार उपयोग से दृष्टिदोष उत्पन्न हो सकते हैं, जो आगे जाकर तकलीफ का कारण हो सकते हैं। इससे आँखों का सूख जाना, आँखों में खुजली होना, सिरदर्द और धुँधला दिखाई देने जैसी कई समस्याएँ हो सकती हैं। इसी तरह वर्क स्टेशन पर सही पोस्चर में नहीं बैठने से पीठ दर्द से लेकर कई तरह की समस्याएँ हो जाती हैं। कम्प्यूटर पर काम करने से होने वाली शारीरिक समस्याओं को कम्प्यूटर सिन्ड्रॉम के नाम से भी जाना जाता है। ये हैं कम्प्यूटर सिन्ड्रॉम से निपटने के उपाय।कम्प्यूटर पर निरंतर काम करने से आँखों की कई तरह की समस्याएँ खड़ी हो सकती हैं, इसके अलावा सही ढंग से नहीं बैठने से भी पीठ के दर्द से लेकर स्पॉन्डिलाइटिस जैसी दूसरी शारीरिक समस्याएँ हो सकती हैं। यूँ तो आजीविका के किसी भी काम में कोई न कोई शारीरिक समस्या हो सकती हैं, लेकिन कुर्सी पर निरंतर बैठे रहने से हाजमा खराब होने के साथ-साथ रीढ़ की हड्डी में भी खराबी होने की आशंका रहती है। |
कम्प्यूटर के लगातार उपयोग से दृष्टिदोष उत्पन्न हो सकते हैं, जो आगे जाकर तकलीफ का कारण हो सकते हैं। इससे आँखों का सूख जाना, आँखों में खुजली होना, सिरदर्द और धुँधला दिखाई देने जैसी कई समस्याएँ हो सकती हैं। |
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आँख से जुड़ी समस्याएँ* आँखों का सूख जाना * आँखों में जलन होना * कॉन्टेक्ट लैंस में समस्याएँ होना * आँखों के आगे धुँधलापनदृष्टि से जुड़ी समस्याएँ* आँखों में थकान * आँखों में तनाव * सिरदर्द * दोहरा दिखाई देनाबैठने के ढंग से जुड़ी समस्याएँ* गरदन में दर्द * कंधों में दर्द * पीठ में दर्द * कलाइयों और हाथों में दर्द यदि आप कम्प्यूटर पर काम करते समय इन सब समस्याओं से दो-चार हो रहे हों तो आपको एक बार फिर अपने वर्क शेड्यूल को चेक करना चाहिए। लंबे समय तक काम के दौरान ब्रेक न लेने से यह समस्या और अधिक तीव्र हो सकती है।उपाय क्या हैं 20-20
को ध्यान में रखकर काम करें। 20 मिनट काम करने के बाद 20 बार पलकें झपकें। इससे आँखों का सूखापन खत्म होगा, क्योंकि जब आप ध्यान लगाकर काम करते हैं तो पलकें झपकाना भूल जाते हैं। पलकें झपकने से आपकी आँखों के गोले पर नमी बनी रहती है। आप हर 45 मिनट में अपने काम से ब्रेक ले सकते हैं। कम्प्यूटर से नजरें हटाकर दूर क्षितिज पर देर तक देख सकते हैं। इससे आँखों की उन माँसपेशियों को शिथिल होने का मौका मिलेगा, जो निरंतर पास की नजर को फोकस करने के कारण थक गई हैं।अपना वर्क स्टेशन एडजस्ट करें अपने वर्क स्टेशन को इस तरह एडजस्ट करें ताकि मॉनिटर की ऊपरी धार आपकी नाक के बराबर ऊँचाई पर रहे। यह भी सुनिश्चित करें कि आपकी आँखें मॉनिटर की ओर ऊँचाई से देखें यानी नजरें नीची रहें। अपने मॉनिटर की ब्राइटनेस कम करें। स्क्रीन के बैकग्राउंड और स्क्रीन पर लिखे हुए कैरेक्टर के बीच का कंट्रास्ट हमेशा अधिक होना चाहिए। स्क्रीन पर आ रहे कैरेक्टर का आकार बड़ा होना चाहिए ताकि लगातार देखने पर आँखों पर जोर न पड़े। जो छोटे से छोटा कैरेक्टर आप पढ़ सकते हों उससे तीन से पाँच गुना अधिक बड़ा होना चाहिए। एंटी ग्लेयर स्क्रीन का उपयोग करना चाहिए।