जरूरत पड़ी तो दिल्ली को भी कर सकते हैं Lock Down, CM केजरीवाल का बयान
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने शनिवार को कहा कि फिलहाल बंद जैसी स्थिति नहीं है, लेकिन कोरोना वायरस (Corona virus) के मद्देनजर जरूरत पड़ने पर इसे करना होगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी तरह के पहले डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोविड-19 के कारण पाबंदियों से गरीबों को भयानक वित्तीय परेशानी हो रही है।
उन्होंने घोषणा की कि इन लोगों को अगले महीने से उचित मूल्य की दुकानों से 50 प्रतिशत अतिरिक्त राशन मिलेगा और इस महीने के लिए बुजुर्गों, विधवाओं, दिव्यांगों की पेंशन दोगुनी की गई है।
केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक सभाओं में लोगों की संख्या घटा दी है और अब 5 से अधिक लोगों को एकत्र होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि फिलहाल बंद जैसी स्थिति नहीं है, लेकिन कोरोना वायरस के मद्देनजर जरूरत पड़ने पर इसे करना होगा। उन्होंने कहा कि रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ के दौरान दिल्ली की सड़कों पर 50 प्रतिशत बसें नहीं चलेंगी।
उन्होंने कहा कि 7 अप्रैल तक 8.5 लाभार्थियों को 4000-5000 पेंशन दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में 72 लाख लोगों को उचित मूल्य की दुकानों से राशन मिलेगा। राशन को 50 प्रतिशत तक बढ़ाया गया है। इसे मुफ्त उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम कोरोना वायरस के मद्देनजर दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों के बारे में बहुत चिंतित हैं। हम नहीं चाहते कि कोई खाली पेट सोए। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के रैनबसेरों में बेघरों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।