लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 4186 नए मामले सामने आए, जबकि 69 और लोगों की मौत के साथ सोमवार को मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 2515 हो गया। अब तक कुल 1,04,808 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। राज्य में कोरोना संक्रमण के 1,58,216 मामले हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 4,186 नए मामले सामने आए। राज्य में अभी 50,893 मरीजों का इलाज चल रहा है। बुलेटिन में कहा गया कि पिछले 24 घंटे में 69 और लोगों की मौत के साथ इस संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 2,515 हो गई है। अब तक कुल 1,04,808 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण के 1,58,216 मामले हैं।
बुलेटिन के मुताबिक पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक 10 लोगों की मौत कानपुर नगर में हुई। राजधानी लखनऊ में आठ, मुरादाबाद में छह तथा प्रयागराज और उन्नाव में चार-चार मौतें कोरोना संक्रमण के चलते हुईं। अब तक इस संक्रमण से सबसे अधिक 309 लोगों की मौत कानपुर नगर में हुई है। इस संक्रमण के कारण अब तक लखनऊ में 217, वाराणसी में 125 और मेरठ में 123 लोगों की मौत हो चुकी है।
विधानसभा के 20 कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित : उत्तर प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू होने से कुछ दिन पहले विधानसभा के 20 कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि विधानसभा के 600 कर्मियों का सोमवार को कोविड-19 के लिए परीक्षण किया गया था। इनमें से 20 इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी को पृथक किया गया है।
उन्होंने कहा कि विधायकों के आवासों के नजदीक कोविड-19 जांच केंद्र बनाए जाएंगे ताकि उन सभी का एक दिन के अंदर ही परीक्षण हो सके। गौरतलब है कि प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र आगामी 20 अगस्त को शुरू होगा। यह सत्र महज तीन दिनों का होगा।
अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा : समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोनावायरस और अपराध दोनों को ही रोकने में अक्षम उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार का दिन प्रतिदिन गम्भीर होती जा रही घटनाओं पर मूकदर्शक बने रहना खतरनाक है।
यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस और कानून व्यवस्था के संकट से लोग बुरी तरह पीड़ित और आतंकित हैं। भाजपा सरकार कोरोना और अपराध दोनों को ही रोकने में अक्षम है और सरकार को यह सच स्वीकार कर लेना चाहिए। प्रदेश में दो मंत्रियों की कोरोनावायरस से मौत हो चुकी है। विधायक भी इसके शिकार हैं। इस बीमारी से मुख्य चिकित्सा अधिकारी और डॉक्टरों की भी मौत हो चुकी है। वहीं आपराधिक घटनाएं भी थम नहीं रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस बेगुनाहों, लाचार लोगों पर हाथ उठाने लगी है क्योंकि बाहुबली नेताओं और गुण्डों के आगे वह असहाय बन जाती है। अपराध और शासन के गठजोड़ ने पूरे प्रदेश को बदनाम कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो हालात हैं, उनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो सिर्फ बयान देकर पल्ला झाड़ लेते हैं।(भाषा)