महाराष्ट्र में बढ़ा Delta Plus Strain का खौफ, अब तक 66 मरीज मिले, 5 की मौत
मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के डेल्टा स्वरूप से संक्रमित अब तक 66 मरीज मिले हैं और उनमें से 5 की मौत हो चुकी है। इन 66 मरीजों में से कुछ ने टीके की दोनों खुराक ले रखी थी। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राज्य के विभिन्न हिस्सों से मरीजों के लिए गए नमूनों के जीनोम अनुक्रमण जांच में ये मामले आए। मुंबई में कोरोनावायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप के संक्रमण से 63 वर्षीय महिला की मौत का पहला मामला सामने आया है।
बृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने कहा कि वायरस के इस स्वरूप से जुलाई के अंतिम सप्ताह में जान गंवाने वाली इस बुजुर्ग महिला को कोविड-रोधी टीके की दोनों खुराकें दी गई थीं। बीएमसी अधिकारियों ने कहा कि महिला की मौत के बाद उसके करीबी संपर्क में रहे कम से कम 2 अन्य लोगों में भी वायरस के इस स्वरूप के संक्रमण की पुष्टि हुई है। वायरस का यह स्वरूप बेहद संक्रामक है। डेल्टा प्लस स्वरूप के सबसे ज्यादा 13 मामले उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव से आए हैं, वहीं रत्नागिरि से 12 और मुंबई से 11 मामले आ चुके हैं, बाकी मामले अन्य स्थानों के हैं।
मुंबई तीसरे स्थान पर : मुंबई से भेजे गए सैंपल में से 11 लोगों में डेल्टा प्लस की पुष्टि हुई है। सबसे अधिक मामले जलगांव में 13, रत्नागिरी में 12, ठाणे में 6, पुणे में 6, पालघर और रायगड प्रत्येक जिले में 3, नांदेड़, गोंदिया प्रत्येक जिले में 2, चंद्रपुर, अकोला, सिंधुदुर्ग, सांगली, नंदुरबार, औरंगाबाद, कोल्हापुर और बीड प्रत्येक जिले में एक मरीज मिले हैं।
66 सैंपल में डेल्टा प्लस की पुष्टि हुई है, इसमें से 32 पुरुष और 34 स्त्री हैं। 33 डेल्टा प्लस के मरीज 19 से 45 उम्र के हैं। 46 से 60 वर्ष के 18 मरीज हैं। 18 वर्ष से कम 7 और 60 वर्ष से अधिक के 8 लोग है। उक्त आंकड़े बताते हैं कि सभी उम्र के लोग डेल्टा प्लस से संक्रमित हो रहे हैं।
इस बीच नई स्टडी में डेल्टा वेरिएंट को लेकर अच्छी खबर नहीं है। यूएस और यूके के डेटा से पता लगता है कि डेल्टा से संक्रमित लोगों में वायरल लोड टीका न लगवाए लोगों जितना ही होता है। वायरल लोड से ही तय होता है कि व्यक्ति दूसरों को कितना ज्यादा संक्रमित कर सकता है।(एजेंसियां)