नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 की ताजा लहर में सबसे अधिक प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा के अलावा देश के अग्रणी ऑक्सीजन निर्माताओं सहित कुल 3 महत्वपूर्ण बैठकें कर महामारी की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करेंगे। इन अहम बैठकों के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल का अपना प्रस्तावित चुनावी दौरा रद्द कर दिया। अब वह डिजिटल माध्यम से बंगाल के मतदाताओं को संबोधित करेंगे।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, कोविड-19 की मौजूदा स्थिति के लिए मैं कल एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करूंगा। इसकी वजह से मैं पश्चिम बंगाल नहीं जा सकूंगा। प्रधानमंत्री शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के मालदा, मुर्शीदाबाद, बीरभूम और कोलकाता में चार रैलियां करने वाले थे। अब वे डिजिटल माध्यम से इन जिलों के अंतर्गत आने वाले 56 विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं से संवाद करेंगे।
पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने बताया कि प्रधानमंत्री का दौरा रद्द होने के बाद उनसे आग्रह किया था कि वह कम से कम डिजिटल माध्यम से एक संबोधन जरूर दें, जिस पर वह सहमत हो गए। भाजपा ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में छोटी-छोटी रैलियां करेगी,जिसमें 500 से अधिक लोग शामिल नहीं होंगे।
इसके बाद तय हुआ था कि प्रधानमंत्री शनिवार की प्रस्तावित रैलियों की जगह सिर्फ शुक्रवार को ही चुनावी कार्यक्रम करेंगे। सरकारी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री शुक्रवार को तीन अहम बैठकें करेंगे।उनकी पहली बैठक सुबह नौ बजे होगी जो आंतरिक होगी। इसमें कोविड-19 की ताजा स्थिति की समीक्षा की जाएगी। इस बैठक में कौन-कौन मौजूद रहेगा, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
प्रधानमंत्री की दिन की दूसरी बैठक सुबह 10 बजे होगी, जिसमें वह कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे और महामारी की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री अपराह्न 12.30 बजे देश के अग्रणी ऑक्सीजन निर्माताओं से बातचीत करेंगे। इन तीनों बैठकों के बाद प्रधानमंत्री शाम पांच बजे डिजिटल माध्यम से बंगाल के मतदाओं को संबोधित करेंगे। राज्य में अब दो चरणों का मतदान बचा है।
ज्ञात हो कि कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बावजूद रैलियां करने को लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री विपक्षी दलों के निशाने पर हैं। प्रधानमंत्री की यह बैठकें ऐसे समय हो रही है जब देश में कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है और कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी के मामले सामने आ रहे हैं।
देश में गुरुवार को कोविड-19 के अब तक के सर्वाधिक 3.14 लाख से ज्यादा मामले सामने आए। इसके साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,59,30,965 हो गई। दुनिया के किसी भी देश में एक दिन में कोरोनावायरस संक्रमण का यह सर्वाधिक आंकड़ा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 3,14,835 मामले आए जबकि 2104 और मरीजों की मौत हो जाने से अब तक इस महामारी की वजह से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 1,84,657 हो गई है।
लगातार 43वें दिन उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़ी है और यह 22,91,428 हो गई है जो कि संक्रमण के कुल मामलों का 14.38 प्रतिशत है। देश में कोविड-19 से ठीक होने की दर 84.46 प्रतिशत हो गई है। संक्रमण से ठीक हुए लोगों की संख्या 1,34,54,880 हो गई है। मृत्यु दर 1.16 प्रतिशत हो गई है।
पिछले 24 घंटे में 2104 और मरीजों की मौत हो गई। इनमें से 568 मरीज महाराष्ट्र के, 249 मरीज दिल्ली के, 193 छत्तीसगढ़ के, 187 उत्तर प्रदेश के, 125 गुजरात के और 116 मरीज कर्नाटक के थे। देश में अब तक 1,84,657 लोगों की मौत हुई है। इनमें से महाराष्ट्र में 61,911 मरीजों की, कर्नाटक में 13,762 मरीजों की, तमिलनाडु में 13,258, दिल्ली में 12,887, पश्चिम बंगाल में 10,710, उत्तर प्रदेश में 10,346, पंजाब में 8,114 और आंध्र प्रदेश में 7510 मरीजों की मौत हो गई।(भाषा)