इंदौर। शहर के कलेक्टर मनीष सिंह ने इंदौर में मृतकों के बढ़ने की असली वजह बताते हुए कहा कि लोगों ने बीमारी को छिपाया, इसी के चलते मौत का आंकड़ा बढ़ा। इंदौर में अब तक कोरोना से 23 लोगों की मौत हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि यदि लोगों ने शुरुआती दौर में ही बीमारी के बारे में बता दिया होता तो शायद यह स्थिति बनती ही नहीं।
सिंह ने कहा कि हाथीपाला, रानीपुरा, खजराना आदि इलाकों में कोरोना बहुत पहले फैल गया था, लेकिन इसकी
जानकारी बहुत बाद में सामने आई। यही कारण रहा कि स्थिति बिगड़ गई।
सिंह ने कहा कि लोग जितनी जल्दी बताएंगे, उतनी ही जल्दी उनका इलाज शुरू किया जा सकेगा। साथ ही लोगों की जान भी बचाई जा सकेगी। उन्होंने बताया कि हाथीपाला, चंदननगर, खजराना आदि इलाकों में टीमें जा रही हैं। हमारी लोगों से अपील है कि वे मेडिकल टीम को खुलकर बताएं ताकि उन्हें जल्दी इलाज मिल सके। इस मामले में हम जनप्रतिनिधियों की भी मदद ले रहे हैं।
शव सीधे श्मशान जाएगा : इंदौर कलेक्टर सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि अस्पताल में हुई मौत के बाद शव संबंधित व्यक्ति के घर नहीं ले जाएगा, उसे सीधे श्मशान ही भेजा जाएगा। शव घर भेजने से संक्रमण का खतरा बना रहता है। शवयात्रा और जनाजे में भी 5 से ज्यादा लोग शरीक नहीं हो सकेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी शव जिले से बाहर नहीं जाएगा।
हाल ही कब्रिस्तानों में अधिक जनाजे पहुंचने के सवाल पर उन्होंने कहा कि निश्चित ही इस बात की जानकारी सामने आई है कि जनाजों की संख्या बढ़ी है, लेकिन इनके पीछे मेडिकल रीजन क्या है, यह जांच का विषय है। हम इस दिशा में भी काम कर रहे हैं।
मेडिकल स्टाफ को चेतावनी : मनीष सिंह ने मेडिकल स्टाफ को परोक्ष रूप से चेतावनी देते हुए कहा कि हमने
अस्पतालों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करें मेडिकल स्टाफ शत-प्रतिशत ड्यूटी पर मौजूद रहे। यदि वे नहीं आते हैं तो हमें उनके पते और फोन नंबर उपलब्ध करवाएं ताकि उनकी गिरफ्तारी की जा सके।
हालांकि कलेक्टर ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में हैं। मरीजों को ट्रीटमेंट दिया जा रहा है साथ ही आगे की तैयारियां भी की जा रही हैं। ईएसआई अस्पताल में यलो झोन में तब्दील किया जाएगा, इस संबंध में बाद हो गई है, जबकि चोइथराम अस्पताल को रेड झोन में शामिल कर रहे हैं। किराना सामान घर-घर पहुंचाने की व्यवस्था में भी सुधार किया जा रहा है।
एमजीएम द्वारा गुरुवार रात को जारी ‘हेल्थ बुलेटिन’ के अनुसार कोरोना से संक्रमित 2 व्यक्तियों की मौत हो गई, जिसके बाद यहां मरने वालों का आंकड़ा 23 पहुंच गया। दोनों मृतकों की उम्र 62 और 44 वर्ष बताई गई है। यहां वर्तमान में इलाज करा रहे 235 संक्रमितों में से 173 का स्वास्थ्य स्थिर, 13 की हालत गंभीर, जबकि 5 संक्रमितों को प्रारंभिक निगरानी में रखा गया है। इससे पहले इन्हीं उपचाररत संक्रमितों में से 11 को पूर्णता स्वस्थ हो जाने पर अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। (वेबदुनिया)