एम.सी. मेरीकॉम : पदक की प्रबल दावेदार रहेंगी
एम.सी. मेरीकॉम : एक पदक तो पक्का है
एम.सी. मेरीकॉम का जन्म मणिपुर शहर में उत्तरा-फाल्गुनी नक्षत्र में हुआ। नक्षत्र के प्रभाव के कारण मेरीकॉम को सुख प्राप्त हुआ। सूर्य के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। परन्तु मंगल गुरु राशि पर विराजमान रहने से मेरीकॉम को ख्याति प्राप्त हुई। बुध के कारण मेरीकॉम विजय प्राप्त करती है। बुध आर्थिक सुख भी देता है। गुरु आर्थिक सुख के साथ क्षमाशील स्वभाव का बनाता है। कुंडली में शुक्र की स्थिति प्रिय भाषी एवं आर्थिक सुखी बनाती है। आज जिस मुकाम पर मेरीकॉम है, उसमें शनि का योगदान है। राहु पेट सम्बन्धी तकलीफ दे सकता है, ध्यान रखें। केतु हर प्रकार के लाभ में वृद्धि करता है, परन्तु यह भी पेट की तकलीफ दे सकता है। मेरीकॉम को राहु-केतु की शांति करना चाहिए।
मेरीकॉम का जन्म सूर्य की महादशा में हुआ, जिसका भोग्यकाल 6 माह 17 दिन रहा। वर्तमान में राहु की महादशा चल रही है, जो कि 18.9.2000 से प्रारम्भ हो चुकी है एवं 18.9.2018 को समाप्त होगी। राहु की महादशा में 6.4.2012 से शुक्र की अन्तर्दशा शुरू हुई है, जो 6.4.2015 तक चलेगी।राहु की महादशा में शुक्र की अंतर्दशा एवं शुक्र की अंतर्दशा में शुक्र की ही प्रत्यंतर दशा चल रही है, जो 6.10.2012 तक रहेगी। मेरीकॉम लंदन ओलिंपिक में अच्छा प्रदर्शन तो करेंगी, साथ ही कांस्य पदक तक अवश्य जाएगी। मेरीकॉम को विजय प्राप्ति के लिए गणेश जी एवं देवी की आराधना करना चाहिए।