शबाना आजमी : लाभ दिलाएगा पुखराज
पंचमेश व दशमेश ने बनाया कलाकार
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री शबाना आजमी का जन्म 18 सितंबर 1949 में मीन लग्न मकर नवांश में हुआ। आपके जन्म के समय लग्न का स्वामी गुरु दशम व्यापार, पिता, राज्यभाव में वक्री होकर स्वराशिस्थ है और यही कारण आपको फिल्मी दुनिया में अपने पिता के नाम का सहयोग मिला। जब तक फिल्मों में कोई आपका न हो तो प्रवेश पाना मुश्किल ही नहीं कठिन भी होता है। जन्म पत्रिका के अनुसार लग्न में राहु का होना ज्यादा खूबसूरती में बाधक भी बनता है, लेकिन प्रतिभा खूबसूरती की मोहताज नहीं होती। ठीक उसी प्रकार आप भी अभिनय व सामाजिक क्षेत्र में किए गए योगदान से सफल हुई। आपके मुकाबले में फिल्मी दुनिया में अन्य कोई अभिनेत्री नहीं है। इसका कारण स्वराशिस्थ गुरु का होना व पंचम भाव में स्वराशिस्थ चन्द्र का होना भी रहा। फिल्मी सफर में आपने अनेक सफल फिल्मों में काम किया।
पंचम भाव में भाग्य नवम भाव व धन भाव द्वितीय जो वाणी से भी संबंध रखता है का स्वामी मंगल नीच का है। यहां पर मंगल का नीच भंग भी हो रहा है। जब नीच भंग होता है तब जिस भाव में नीच का ग्रह हो व उसी भाव का स्वामी उसके साथ हो या उसे पूर्ण दृष्टि से देखता हो तो नीच भंग होता है। नीच भंग होने से मंगल ने उत्तम फल दिया क्योंकि वह भाग्य के साथ-साथ धन, वाणी, कुटुंब भाव का स्वामी जो है। शत्रु षष्ट भाव व राशि सिंह में होने से आपके प्रतिद्वंद्वि भी नहीं रहे। साथ ही ग्रहों की यही स्थिति आपको हमेशा स्वस्थ बनाए रखेगी। शनि की उच्च दृष्टि अष्टम भाव पर पड़ रही है अतः आपकी आयु भी उत्तम ही होगी। लेखक व कवि के साथ राज्यसभा के सदस्य जावेद अख्तर का साथ पति के रूप में मिलने का कारण सप्तमेश में बुध उच्च का होकर सूर्य के साथ बुधादित्य योग बना रहा है। फिर केतु का साथ ऊंचाइयों पर पहुचानें में सहायक भी रहा। अष्टम भाव में शुक्र पराक्रमेश होकर होने से फिल्मों में परिश्रम के बाद सफलता भी रही। गुरु दशम भाव में होने से ऐसे जातक को अमला योग व वहां से षष्ट भाव पर पूर्ण दृष्टि पड़ने से कुलदीपक योग भी बनता है। आपके लिए पुखराज का सव्वा दो रत्ती का लॉकेट बनाकर गले में गुरुवार के दिन पहनने उत्तम लाभ मिलेगा।