डीयू में शिक्षकों का धरना-प्रदर्शन
दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की कार्यकारी परिषद के सदस्यों ने मंगलवार को कुलपति कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। शिक्षक विद्वत परिषद की बैठक में छात्रों की हाजिरी संबंधी मुद्दे को लाने की मांग कर रहे थे। इससे पहले इस बारे में 21 सदस्यों ने प्रशासन को विशेष बैठक बुलाने की मांग को लेकर भी पत्र लिखा है। बैठक में शिक्षक प्रतिनिधियों ने उन पत्रों को भी रखा जिसे रजिस्ट्रार ने विभाग प्रमुख और प्राचार्यों को लिखा है। इस पत्र में छात्रों की हाजिरी को शिक्षकों को समय समय पर एक विशेष फार्मेट में सार्वजनिक करने को कहा गया था। डूटा सचिव सुजाउद्दीन सिद्दिकी ने कहा कि प्रशासन को हाजिरी का मुद्दा कार्यकारी और विद्वत परिषद में रखकर बहस कराना चाहिए। यह शैक्षणिक मामला है। इस पर रजिस्ट्रार की ओर से लिखा गया पत्र वैधानिक नहीं है। कुलपति इसे बैठक में नहीं रखकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। बताया जाता है कि विद्वत परिषद की बैठक में इस मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाने के बजाय इसे जीरो आवर में हल्के ढंग से रखा गया। डूटा नेतृत्व के निर्देश के बावजूद बहुत सारे सदस्यों ने इस मुद्दे को गंभीरता पूर्वक नहीं रखा।