सुशांत सिंह राजपूत केस में Psychological Autopsy करेगी सीबीआई, इसी तरीके से सुलझाया गया था बुराड़ी फांसीकांड
एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में सीबीआई की जांच तेजी से चल रही है। सीबीआई एक्टर के करीबियों से पूछताछ कर रही है। ताजा खबरों की मानें तो जांच एजेंसी अब सुशांत की साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी पर विचार कर रही है। दिल्ली पुलिस ने बुराड़ी फांसीकांड इसके जरिये ही सुलझाया था। वहीं, सीबीआई इसका इस्तेमाल सुनंदा पुष्कर मौत मामले में भी कर चुकी है। देश में यह तीसरा हाई-प्रोफाइल केस है जिसमें साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी किया जाएगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि सुशांत केस में सच्चाई को सामने लाने में इस तरह की साइकलॉजिकल ऑटोप्सी बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी क्या है?
साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी को दिमाग का पोस्टमार्टम कहा जा सकता है। इसके जरिये आत्महत्या करने वाले व्यक्ति की निजी सूचनाओं और जानकारियों मसलन मोबाइल के मैसेजेस, कॉल्स, डायरी, घर के सामानों की जांच, परिवार वालों और दोस्तों के मृतक के व्यवहार की जानकारी जैसी तमाम चीजों का अध्ययन कर यह पता लगाया जाता है कि मरने से पहले व्यक्ति की मानसिक स्थिति क्या थी।
बता दें, 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत का शव बांद्रा के फ्लैट में लटका मिला था।