'गुज़ारिश' में इच्छामृत्यु को लेकर क्या बोले संजय लीला भंसाली
संजय लीला भंसाली की फिल्में आम फिल्मों से हट कर होती हैं। कहीं बेहद प्यार, तो कहीं ऐतिहासिक कहानियां। हमेशा अपनी कहानियों को लेकर विवादों में घिरे रहने वाले प्रसिद्ध फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म 'गुज़ारिश' के बारे में बात की।
संजय लीला ने बताया कि मुझे याद है, जब मैंने फिल्म गुजारिश बनाई थी तब अपने जीवन को खत्म करने के विषय पर काफी हो-हल्ला मचा था। जब मैंने अपने एक परिचित को ऐसी हालत में देखा था तो एहसास हुआ था कि जिंदगी में एक वक्त ऐसा आता है जब जीवन का अंत ही एकमात्र रास्ता होता है। संजय की यह फिल्म वर्ष 2010 में आई थी। करीब 8 साल बाद फिल्म के बारे में बात करने की वजह थी।
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने गरिमा के साथ मौत को मौलिक अधिकार ठहराते हुए इच्छामृत्यु और लिविंग विल को कानूनन वैध कर दिया है। ऐसे में संजय को अपनी फिल्म 'गुज़ारिश' की याद आई और उन्होंने इसे लेकर अपने ये बयान दिए।
गुज़ारिश एक आदमी की कहानी थी जो सालों से लकवा का शिकार था और सिर्फ बोल ही सकता था। ऐसे में यह फिल्म 'इच्छामृत्यु' की मांग को लेकर बनाई गई थी। इस फिल्म में रितिक रोशन और ऐश्वर्या राय लीड रोल में थे। संजय अब सुप्रीम कोर्ट के इस कानून से वे संतुष्ट हैं।
संजय लीला भंसाली जैसे फिल्ममेकर बहुत कम ही होते हैं। माना कि उनकी फिल्मों के विषय बहुत अलग होते हैं, उनका नज़रिया बहुत अलग होता है और विवाद भी होते हैं। वे पहले से ही जानते हैं कि क्या सही है और आगे के दिनों में क्या होने वाला है।