इस बात का अब कोई मतलब नहीं है कि 'रईस' यदि सोलो रिलीज होती तो कितना बिजनेस करती। अब तो 'काबिल' और 'रईस' आमने-सामने प्रदर्शित हो रही हैं। ये बात तय हो चुकी है कि इसकी वजह से दोनों फिल्मों का नुकसान होगा। इस बात की भी संभावना है कि कलेक्शन दोनों फिल्मों का थोड़ा कम हो, लेकिन दोनों ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल कर सकती हैं।
रईस का बजट
रईस फिल्म करने के बदले में शाहरुख खान ने कोई फीस नहीं ली। इस वजह से यह फिल्म 50 करोड़ रुपये की लागत में तैयार हो गई। बीस करोड़ रुपये प्रिंट्स और प्रमोशन पर खर्च हुए। कुल लागत हुई सत्तर करोड़ रुपये। शाहरुख जैसे स्टार की उपस्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि फिल्म का निर्माण संतुलित बजट में किया गया है।
रिलीज के पहले ही लागत वसूल
आजकल विभिन्न अधिकारों के बदले में कई फिल्मों की लागत वसूल हो जाती है और फिल्म निर्माता को पहले दिन से ही फायदा होना शुरू हो जाता है। रईस के सैटेलाइट राइट्स 50 करोड़ रुपये, इंटरनेट अधिकार 10 करोड़ रुपये और संगीत के अधिकार 12 करोड़ रुपये में बिके। इस तरह से 72 करोड़ रुपये रिलीज के पहले ही आ गए। दो करोड़ का तो फायदा भी हो गया।
शाहरुख खान की फीस
शाहरुख ने फिल्म करने के बदले में कोई फीस नहीं ली। उनकी मुनाफे में 75 प्रतिशत हिस्सेदारी है। 25 प्रतिशत की भागीदारी एक्सेल एंटरटेनमेंट की है जिसके मालिक फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी हैं। यह बात तय है कि शाहरुख को अच्छी खासी रकम मिलेगी।
बॉक्स ऑफिस पर क्या होगा?
फिल्म के प्रति दीवानगी को देख माना जा सकता है कि 'काबिल' की तुलना में 'रईस' बेहतर शुरुआत करेगी, लेकिन शुरुआती दो-तीन दिन के बाद मामला गुणवत्ता पर आधारित होगा। 'दिलवाले' ने 'बाजीराव मस्तानी' से बेहतरीन शुरुआत की थी, लेकिन बाद में यह फिल्म पिछड़ गई थी। 'रईस' का पहले वीकेंड (पांच दिन) का बिजनेस 80 करोड़ रुपये के आसपास रह सकता है। लाइफटाइम बिजनेस 150 करोड़ रुपये तक जा सकता है। फिल्म सफल तो है, लेकिन सवाल प्रतिष्ठा का है। शाहरुख की पिछली कुछ फिल्में बॉक्स ऑफिस पर नरम रही हैं। उनकी फिल्मों से अब 200 या 250 करोड़ की उम्मीद नहीं की जाती है। 150 करोड़ तक रईस पहुंच जाती है तो भी यह शाहरुख के लिए अच्छी बात मानी जाएगी।
फिल्म के प्लस पाइंट्स
- फिल्म का धमाकेदार ट्रेलर, जिसने लोगों का फिल्म देखने के लिए मूड सेट कर दिया।
- सिंगल स्क्रीन मसाला। शाहरुख की बहुत दिनों बाद ऐसी फिल्म आ रही है जिसका क्रेज सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर में देखने वाले दर्शकों के बीच भी है।
- शाहरुख का ग्रे शेड वाला किरदार और एक्शन।
- लंबे समय बाद एक्शन रोल में शाहरुख खान।
- नवाजुद्दीन सिद्दीकी और शाहरुख खान की जोरदार टक्कर।
- लैला गाना।
फिल्म के माइनस पाइंट्स
- फिल्म में नामी हीरोइन की गैरमौजूदगी।
- शाहरुख की गिरती लोकप्रियता।
- काबिल से टक्कर।
- लैला के अलावा कोई गाना हिट नहीं।
- निर्देशक राहुल ढोलकिया ने अब तक बड़ी हिट फिल्म नहीं दी है।