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Last Modified: सोमवार, 6 अक्टूबर 2025 (10:42 IST)

बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान से पहले किसका पलड़ा भारी, युवा-महिला वोटर्स होंगे गेमचेंजर

चुनाव आयोग आज शाम 4 बजे बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का करेगा एलान

Bihar Assembly election dates to be announced today
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए आज चुनाव आयोग तारीखों का एलान करेगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार शाम 4 बजे प्रेस कॉफ्रेस कर बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव का पूरा कार्यक्रम जारी करेंगे। बिहार में 5 नवंबर के बाद विधानसभा चुनाव हो सकते है। चुनाव आयोग बिहार में छठ पूजा के बाद चुनाव करा सकता है। चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों के एलान के 28 दिन बार चुनाव करा सकता है। आज चुनाव आयोग की ओर से विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के साथ राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी।
एक या दो चरण में होगा चुनाव- बिहार विधानसभा की 243 सीटों पर चुनाव आयोग एक या दो चरण में चुनाव कर सकता है। पिछले दिनों बिहार में चुनाव आयोग की टीम से राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात में बिहार चुनाव पर विस्तार से चर्चा हुई थी, जिसमें सत्ताधारी पार्टी जेडीय ने राज्य में एक चरण में और भाजपा और आरजेडी ने दो चरण में चुनाव कराने की मांग की थी। बिहार विधानसभा चुनाव में 7 करोड़ से अधिक मतदाता वोट करेंगे। चुनाव आयोग ने एलान किया है कि इस बार बिहार में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सभी मतदान केंद्र की वेब कॉस्टिंग होगी। इसके साथ एक बूथ पर अधिकतम 1200 वोटर होंगे।    
बिहार में सीट बंटवारे पर उलझा मसला-बिहार विधानसभा चुनाव में दो गठबंधनों के बीच सीधा मुकाबला देखा जा रहा है। वहीं चुनाव में सीट बंटवारे का मसला अभी उलझा ही हुआ है। चुनाव की तारीखों के एलान से पहले रविवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान में NDA के सहयोगी दलों के साथ बैठक की। बिहार की राजनीति के जानकार बताते है कि इस बार बिहार में भाजपा और जेडीयू लगभग बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी 20 से 25 सीटों पर और जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाह की पार्टी 7-8 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
वहीं दूसरी ओर आरजेड़ी और कांग्रेस का महागठबंधन में अभी भी सीट बंटवारे का मसला उलझा हुआ है। आज पटना मे तेजस्वी यादव लेफ्ट पार्टी के नेताओं के साथ मुलाकात कर रहे है। वहीं दिल्ली में राहुल गांधी के नेतृत्व मे सीट बंटवारे को लेकर मंथन तेज हो गया है। विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में आरजेडी इस बार बड़े भाई यानि अधिक सीटों पर चुनाव लड़ सकता है।

बिहार चुनाव में किसका पलडा भारी?- बिहार विधानसभा चुनाव इस बार NDA और महागठबंधन के बीच कांटे का मुकाबला माना जा रहा है। NDA मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे पर एक बार फिर चुनाव मैदान में उतरने जा रहा है। बिहार में नीतीश कुमार लगभग 20 से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज है और तमाम एंटी इंकंमबेंसी फैक्टर को दरकिनार कर एक बार फिर उन्हीं के नेतृत्व में NDA चुनाव लड़ने जा रहा है। NDA बिहार चुनाव में एक बार फिर जंगलराज का मुद्दा उठा रही है। वहीं नीतीश सरकार ने चुनाव से ठीक पहले जिस तरह से राज्य में लोकलुभावन घोषणों की झड़ी लगाई है, उसमें राज्य की 75 लाख महिलाओं के खाते में सीधे 10 हजार रुपए देना चुनाव में NDA के पक्ष में गेमचेंजर साबित हो सकता है। 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बिहार में 74 सीटों पर जीत हासिल की थी।

वहीं दूसरी ओर आजेडी और कांग्रेस का महागठबंधन ने भले ही अभी सीएम चेहरे का एलान नहीं किया हो लेकिन आरजेडी के तेजस्वी यादव खुद को मुख्यमंत्री चेहरा बता रहे है और चुनाव की तारीखों के एलान से पहले राज्य में दो यात्रा निकाल चुके है। राहुल और तेजस्वी यादव ने SIR के मुद्दें पर एक साथ बिहार अधिकार यात्रा निकाल चुके है। वहीं चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पहली अपनी पार्टी जन सुराज के जरिए राज्य की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भाजपा और आरजेडी और कांग्रेस पर हमलावर है।
 
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