एआईएडीएमके महासचिव शशिकला नटराजन ने समर्पण के लिए बेंगलुरु जाने से पहले चेन्नई में जयललिता की समाधि पर जाकर कुछ शपथ ली है। स्थानीय टीवी चैनलों पर लाइव प्रसारण में दिखा कि शशिकला मरीना बीच पर जयललिता की समाधि पर गईं और वहां तीन बार थपकी लगाने के बाद खड़े होकर कुछ बुदबुदाईं। उनके समर्थकों के अनुसार चिनम्मा ने वहां एक "बड़ी शपथ" ली है।
चेन्नई से बेंगलुरु
इस दौरान अपने समर्थकों के बीच घिरीं शशिकला काफ़ी भावुक नज़र आ रही थीं। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने शशिकला को समर्पण के लिए और समय देने से इनकार कर दिया जिसके बाद उन्हें सज़ा के लिए बेंगलुरु जाना पड़ा।
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में शशिकला को सुनाई गई निचली अदालत की चार साल की सज़ा को बहाल रखा था। इसके बाद शशिकला सड़क के रास्ते बेंगलुरु के लिए रवाना हो गईं।
वही पुरानी जेल
बेंगलुरु में शशिकला उसी जेल में सज़ा काटेंगीं जहां वो 2014 में जयललिता के साथ बंदी रखी गई थीं। बाद में एक अदालत के फ़ैसले के बाद दोनों रिहा हो गई थीं। मगर अब सुप्रीम कोर्ट ने उस फ़ैसले को पलट दिया है जिससे शशिकला को चार साल की सज़ा पूरी करने के लिए फिर से जेल जाना पड़ रहा है।
पनीरसेल्वम भी गए थे जया की समाधि पर
तमिलनाडु में हाल के दिनों में उथल-पुथल भरे सियासी माहौल में जयललिता की समाधि राजनीति का एक अहम पड़ाव बनती जा रही है। इससे पहले कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने जयललिता की समाधि पर लगभग पौने घंटे ध्यान लगाने के बाद ही शशिकला के नेतृत्व के ख़िलाफ़ बग़ावत का बिगुल बजाया था।