सोशल मीडिया पर कांग्रेस की नई महासचिव प्रियंका गांधी का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसके हवाले से लोग उनके शराब के नशे में धुत होने का दावा कर रहे हैं।
क़रीब 10 सेकेंड के इस वीडियो में प्रियंका गांधी मीडिया के लोगों पर भड़कती हुई दिखाई देती हैं।
कुछ लोगों ने इस वीडियो का सिर्फ़ 6 सेकेंड का वो हिस्सा शेयर किया है जिसमें प्रियंका गांधी को कहते सुना जाता है कि 'अब आप चुपचाप खड़े होकर चलेंगे वहां तक।'
सभी जगह पोस्ट किया गया ये वीडियो इतना धुंधला है कि इसे देखकर लगेगा कि प्रियंका गांधी की आंखों के नीचे काले गड्ढे पड़ गए हैं।
'आई एम विद योगी आदित्यनाथ', 'राजपूत सेना' और 'मोदी मिशन 2019' समेत कई बड़े फ़ेसबुक पन्नों और ग्रुप्स से यह वीडियो सैकड़ों बार शेयर किया गया है।
इन सभी ग्रुप्स में लोगों ने वीडियो शेयर करते हुए यह दावा किया है कि प्रियंका गांधी ने शराब के नशे में मीडिया के लोगों के साथ बदसलूकी की।
जब प्रियंका का गुस्सा फूटा...
रिवर्स इमेज सर्च से पता चलता है कि ये वीडियो गुरुवार, 12 अप्रैल 2018 का है।
12 अप्रैल की शाम कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर अपने फ़ॉलोअर्स से कठुआ और उन्नाव रेप केस के ख़िलाफ़ दिल्ली के इंडिया गेट पर 'मिडनाइट प्रोटेस्ट' में शामिल होने की अपील की थी।
जनवरी 2018 में जम्मू के कठुआ ज़िले में बकरवाल समुदाय की एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी गई थी, वहीं इस घटना से कुछ दिन पहले बीजेपी नेता कुलदीप सिंह सेंगर पर उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप लगे थे। दोनों ही मामलों ने काफ़ी तूल पकड़ा थी और इन्हें लेकर देशभर में प्रदर्शन भी हुए थे।
इसी क्रम में दिल्ली में 12 अप्रैल को हुए विरोध प्रदर्शन में राहुल गांधी की छोटी बहन प्रियंका गांधी अपनी बेटी मिराया और पति रॉबर्ट वाड्रा के साथ शामिल हुई थीं। इस विरोध प्रदर्शन का मुख्य नारा था- 'मोदी भगाओ, देश बचाओ'।
राहुल और प्रियंका, दोनों के इस प्रदर्शन में शामिल होने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में अपने नेताओं के क़रीब पहुंचने की होड़ शुरू हो गई और ख़ुद प्रियंका गांधी को भी इंडिया गेट से सटे मुख्य प्रदर्शन स्थल तक पहुंचने में काफ़ी दिक्कत हुई।
कुछ रिपोर्टों के अनुसार प्रियंका गांधी अपने और अपनी बेटी मिराया के साथ हुई धक्का-मुक्की से नाराज़ हुई थीं।
उन्होंने मुख्य प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर पार्टी कार्यकर्ताओं और मीडियाकर्मियों से कहा था कि एक बार आप सोचिए कि आप क्या कर रहे हैं। अब आप चुपचाप खड़े होकर चलेंगे वहां तक। जिसे धक्का मारना है वो घर चले जाएं।
12-13 अप्रैल 2018 की तमाम रिपोर्ट्स के अनुसार ये कहना तो ठीक है कि प्रियंका गांधी मीडियाकर्मियों और पार्टी कार्यकर्ताओं पर गुस्साई थीं, लेकिन किसी भी रिपोर्ट में उनके 'शराब के नशे में होने' की बात नहीं मिलती।
प्रियंका गांधी को औपचारिक रूप से कांग्रेस पार्टी का महासचिव बनाए जाने के बाद से ही उनके ख़िलाफ़ दुष्प्रचार की सामग्री दक्षिणपंथी झुकाव वाले ग्रुप्स में तेज़ी से शेयर की जा रही है।
कई लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रियंका गांधी के इस पुराने वीडियो को बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी की विवादित टिप्पणी से जोड़ते हुए भी पोस्ट किया है।
राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा था कि प्रियंका गांधी को बायपोलर बीमारी है। वे काफ़ी हिंसक व्यवहार करती हैं, इसलिए उन्हें सार्वजनिक जीवन में काम नहीं करना चाहिए।