दुनिया का सबसे बड़ा फ़िल्म पुरस्कार। उसकी सबसे बड़ी पुरस्कार श्रेणी और विजेता का एलान करने में सबसे बड़ी ग़लती। ऑस्कर के इतिहास में 27 फ़रवरी, 2017 का दिन ख़ास रूप से दर्ज किया जाएगा। फ़िल्म 'मूनलाइट' को एकेडमी अवॉर्ड में बेस्ट पिक्चर का ख़िताब मिला, लेकिन असली ड्रामा ठीक इससे पहले हुआ।
ला ला लैंड, फिर मूनलाइट
मंच पर फ़े डनअवे और वॉरेन बीटी मौजूद थे। बीटी ने माहौल बनाने और उत्सुकता बढ़ाने की पूरी कोशिश की। आख़िरकार फ़े ने बेस्ट पिक्चर के लिए ला ला लैंड' के नाम की घोषणा कर दी। जब 'ला ला लैंड' की कास्ट पुरस्कार लेने स्टेज पर पहुंची तो फ़िल्म के एक निर्माता ने चीज़ें दुरुस्त करते हुए कहा, ''(असल में) मूनलाइट ने ख़िताब जीता है...और ये कोई मज़ाक नहीं है।''
और लॉस एंजिल्स के कोडक थिएटर में हंगामा मच गया। ग़लती सामने आने के बाद बीटी ने हालात संभालने की कोशिश की। इसके बाद बीटी ने कहा, ''मैं आपको बताना चाहता हूं कि आख़िर हुआ क्या। मैंने लिफ़ाफ़ा खोला और उसमें लिखा था एमा स्टोन, ला ला लैंड। इसलिए मैंने फ़े और आपकी तरफ़ इतनी देर तक घूरा। मैं मज़ाकिया दिखने की कोशिश नहीं कर रहा था।''
किमल ने ग़लती को मज़ाक से ढंका : समारोह की मेज़बानी कर रहे जिम्मी किमल ने मज़ाक करते हुए कहा, ''मैं इसके लिए स्टीव हार्वे को ज़िम्मेदार ठहराता हूं।'' हार्वे ने मिस यूनिवर्स के समारोह में ग़लत विजेता का नाम पढ़ दिया था। गलती के बारे में पता चलने के बाद समारोह में मौजूद लोगों ने मूनलाइट को बधाई दी और तालियों की गड़गड़ाहट से थिएटर गूंज उठा।
अब सवाल उठता है कि ये ग़लती हुई किससे। फ़े और बीटी से या फिर उन्हें लिफ़ाफ़ा थमाने वाले शख़्स से। क्योंकि ये ख़बर भी तैर रही है कि जिस लिफ़ाफ़े से बीटी और फ़े ने ला ला लैंड का नाम पढ़ा वो बेस्ट पिक्चर का नहीं बल्कि बेस्ट एक्ट्रेस का था।
ग़लती हुई किससे?
और बेस्ट एक्ट्रेस का ख़िताब मिला एमा स्टोन को 'ला ला लैंड' के लिए। बीटी ने भी अपनी सफ़ाई में यही कहा था। इस कहानी में तीन किरदार अहम हैं जो फ़िलहाल सामने हैं। जिम्मी किमल, वॉरेन बीटी और फ़े डनअवे। इन तीनों के बारे में जानना भी दिलचस्प रहेगा।
जिम्मी किमल : 49 साल के जिम्मी किमल अमरीकी टेलीविज़न होस्ट, निर्माता, लेखक, कॉमेडियन और वॉइस एक्टर हैं। वो साल 2012 और 2016 में प्राइमटाइम एमी अवॉर्ड की मेज़बानी कर चुके हैं। लेकिन साल 2017 में ऑस्कर की उनकी पहली मेज़बानी हमेशा याद रखी जाएगी।
वॉरेन बीटी : हेनरी वॉरेन बीटी अमरीकी अभिनेता और फ़िल्म निर्माता हैं। 79 साल के बीटी को 14 बार ऑस्कर के लिए नामित किया जा चुका है। इनमें चार बेस्ट एक्टर, चार बेस्ट पिक्चर और दो बेस्ट डायरेक्टर के लिए हैं।
बीटी इकलौते ऐसे शख़्स हैं जिन्हें एक ही फ़िल्म में एक्टिंग, डायरेक्शन, लेखन और प्रोड्यूसर के तौर पर दो बार नामित किया गया हो। साल 1999 में उन्हें एकेडेमी के सर्वोच्च सम्मान इर्विंग जी थालबर्ग अवॉर्ड से नवाज़ा जा चुका है। इसके अलावा उन्हें गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड के 18 नॉमिनेशन मिले हैं और वो छह बार जीत चुके हैं।
फ़े डनअवे : बेस्ट पिक्चर के तौर पर 'ला ला लैंड' का नाम पुकारने वाली फ़े 76 बरस की हैं। वो अमरीकी एक्ट्रेस हैं और एक बार ख़ुद भी ऑस्कर जीत चुकी हैं। इसके अलावा उनके नाम तीन गोल्डन ग्लोब, एक बाफ़्टा, एक एमी और लियोपर्ड क्लब अवॉर्ड है। साल 1967 में आई 'हैपनिंग' उनकी पहली फ़िल्म थी, लेकिन पहचान मिली बॉनी एंड क्लाइड से जिसके लिए उन्हें ऑस्कर नॉमिनेशन भी मिला।
89वें ऑस्कर अवॉर्ड में हुई ग़फ़लत के पीछे इन तीन में से किसकी ग़लती है, ये कोई भी साफ़ तौर पर नहीं बता रहा। चूक किसी से भी हुई हो, लेकिन सामने तो यही तीन चेहरे थे।