अमेरिकी अख़बार 'वॉशिंगटन पोस्ट' ने वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से दावा किया है कि अफ़ग़ानिस्तान पर चर्चा के दौरान राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री 'नरेंद्र मोदी की नकल उतारी।' अख़बार ने अधिकारियों के हवाले से बताया है कि 'ट्रंप भारतीय लहजे में बोलने के लिए पहचाने जाते हैं।'
अखबार ने अधिकारियों के हवाले से दावा किया है कि मोदी ने बीते साल हुई मुलाकात के दौरान ट्रंप से कहा था कि अमेरिका ने अफ़गानिस्तान में जितना कुछ किया है, "बदले में बेहद कम हासिल करने की स्थिति में इतना कभी किसी और देश ने नहीं किया है।"
बीते साल अमेरिका यात्रा के दौरान ट्रंप और मोदी के बीच अफ़ग़ानिस्तान समेत कई मु्द्दों पर चर्चा हुई थी। इन अधिकारियों के मुताबिक ट्रंप ने कहा कि मोदी का बयान इस बात का सबूत है कि अफ़ग़ानिस्तान में फायदे की स्थिति में होने के बाद भी अमेरिका ठगा गया है।
निंदा
समाचार ऐजेंसी पीटीआई के मुताबिक भारतीय लहजे में प्रधानमंत्री मोदी की नकल उतारने के सवाल पर व्हाइट हाउस ने अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है। डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद राजा कृष्णामूर्ति ने मोदी की नकल उतारने की ट्रंप की कथित आदत की निंदा की।
पीटीआई के मुताबिक उन्होंने कहा, "मैं ये पढ़कर व्यथित हुआ कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कथित तौर पर मोदी की नकल उतारी।" उन्होंने कहा, "अमेरीकियों की पहचान उनके लहजे से नहीं बल्कि इस देश के लिए उनके मूल्यों और आदर्शों को लेकर उनकी प्रतिबद्धता से होती है।"
ट्रंप अपने इस अंदाज के लिए पहले भी विवादों में घिरते रहे हैं।
'अफ़गानिस्तान में जल्दी चाहिए नतीजे'
बीते दिनों व्हाइट हाउस वॉशिंगटन पोस्ट की इस तरह की रिपोर्टों को खारिज करता रहा है। ट्रंप भी वॉशिंगटन पोस्ट पर 'फ़ेक न्यूज़' का आरोप लगाते रहे हैं।
वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक ट्रंप ने पेंटागन के वरिष्ठ अधिकारियों को स्पष्ट तौर बताया कि अफ़ग़ानिस्तान में सैनिकों की संख्या बढ़ाने और अतिरिक्त धन खर्च करने के एवज में वो शीघ्र परिणाम चाहते हैं। पेंटागन के अधिकारियों पर ये दबाव भी है कि सैनिकों की संख्या में उल्लेखनीय ढंग से इजाफ़ा न हो।