मंगलवार, 24 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. सामयिक
  2. बीबीसी हिंदी
  3. बीबीसी समाचार
  4. BJP leader assaults dalit man
Written By
Last Updated : गुरुवार, 2 मई 2019 (17:40 IST)

BJP नेता के दलित युवक को पीटने का सच: फैक्ट चेक

BJP नेता के दलित युवक को पीटने का सच: फैक्ट चेक - BJP leader assaults dalit man
सोशल मीडिया पर एक लड़के की पिटाई का वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के किसी नेता ने एक दलित युवक की सरेआम पिटाई की।

इस वीडियो में दिखाई देता है कि कुछ लोग एक युवक को पकड़कर, डंडों से उसकी पिटाई कर रहे हैं।

बीबीसी के कई पाठकों ने वॉट्सऐप के जरिए हमें यह वीडियो फॉरवर्ड किया है और इसकी सच्चाई जानने की कोशिश की है।

करीब डेढ मिनट के इस वीडियो के साथ हमें जो मैसेज मिले हैं, उनमें लिखा है कि “बीजेपी विधायक अनिल उपाध्याय की इस हरकत पर क्या कहेंगे पीएम मोदी। दलित, पिछड़े आलीशान कार में भी नहीं घूम सकते हैं?”

हमने पाया कि 29 अप्रैल के बाद से यह वीडियो फेसबुक पर भी कई बड़े ग्रुप्स में शेयर किया गया है।

जिन लोगों ने इस वीडियो को फेसबुक पर पोस्ट किया है, उनका दावा है कि बीजेपी नेता अनिल उपाध्याय ने अपने गुंडों सहित दलित युवक की पिटाई कर दी क्योंकि वो युवक एक आलीशान गाड़ी में घूम रहा था।

लेकिन अपनी पड़ताल में हमने पाया कि ये दावा बिल्कुल गलत है।

वीडियो की हकीकत

रिवर्स इमेज सर्च से पता चलता है कि ये दो साल पुराना वीडियो है।

4 अप्रैल 2017 को कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इस वीडियो का इस्तेमाल किया गया था।

इन रिपोर्ट्स के अनुसार वीडियो में जिस शख्स की पिटाई हो रही है, वो गुजरात के अहमदाबाद शहर में रहने वाले हार्दिक भरवाड़ हैं।

हार्दिक को पारिवारिक विवाद के चलते उनके ससुराल पक्ष के लोगों ने पीटा था। साथ ही उनकी गाड़ी भी तोड़ दी थी।

इस मामले की पूरी जानकारी लेने के लिए हमने गुजरात पुलिस से बात की।

गुजरात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हमें बताया कि ये वीडियो गांधीनगर में स्थित सेक्टर-7 का है।

उन्होंने बताया, “ये पूरा मामला घरेलू हिंसा का था जिसमें लड़की ने अपने पति हार्दिक भरवाड़ पर घरेलू हिंसा और दहेज माँगने का आरोप लगाया था।”

उन्होंने बताया कि जब लड़की ने अपने घर जाकर उसके साथ हुई हिंसा के बारे में बताया था तो लड़की के घरवालों ने हार्दिक भरवाड़ की पिटाई कर दी थी।

पुलिस अधिकारी के अनुसार इस मामले में दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ केस दर्ज कराये थे और ये मामला अभी भी कोर्ट में लंबित है।

गुजरात पुलिस ने यह साफ किया कि युवक की पिटाई पारिवारिक विवाद के कारण की गई थी और इसका किसी पॉलिटिकल पार्टी से कोई संबंध नहीं है।
ये भी पढ़ें
ओडिशा ने ऐसे सीखा तूफानों से टकराना