मंदी का साया हटते ही कार बाजार में नई जंग
निसान इंडिया के निशाने पर कंपनियों के अधिकारी
मुंबई (पंकज शुक्ल) मंदी का साया हटने और भारतीय बाजार में कारों की बिक्री के लगातार बढ़ते जाने से उत्साहित होकर जापान की कंपनी निसान अब दूसरी बड़ी मोटर कंपनियों के अहम पदों पर तैनात अधिकारियों को अपने साथ लाने की मुहिम में जुट गई है। निसान की इस नई मारक रणनीति से देश की मोटर कंपनियों में बेचैनी देखी जा रही है। कंपनियाँ जहाँ अपने खास लोगों को जोड़े रखने के लिए उन्हें अच्छे पैकेज का लालच दे रही है, वहीं इन लोगों से मिलने-जुलने वालों पर भी गोपनीय तरीके से नजर रखी जा रही है।जापान की कार निर्माता कंपनी ने सोमवार को जब सुनील रेखी को भारत में अपना उप मुख्य वित्तीय अधिकारी बनाने की खबरों की पुष्टि की तो इसके साथ ही उन सरगर्मियों की भी ताकीद हो गई कि कंपनी भारत में पैर जमाने के लिए दूसरी मोटर कंपनियों में काम करने वाले वरिष्ठ लोगों के लगातार संपर्क में हैं। सूत्रों के मुताबिक निसान इंडिया ने अपने कारोबार को पूरे देश में फैलाने और पहले से मौजूद कंपनियों को टक्कर देने के लिए दोतरफा रणनीति बनाई है। कंपनी जहाँ एक ओर नामी चेहरों को अपना ब्रांड एम्बेसेडर बनाकर युवाओं के बीच पैठ बनाने की कोशिश में है, वहीं उसके रणनीतिकार लगातार उन लोगों से भी संपर्क कर रहे हैं जो दूसरी कंपनियों में कारों की बिक्री और विपणन से जुड़े हुए हैं।निसान इंडिया में सुनील रेखी की तैनाती भी इस रणनीति का अहम हिस्सा है। जनरल मोटर्स के मुख्य वित्तीय अधिकारी रह चुके रेखी कॉर्पोरेट ऑफिस में वित्त से जुड़े मामलों की पूरी जिम्मेदारी सौंप दी गई है। इसके अलावा सरकारी विभागों से मेल-मिलाप की जिम्मेदारी भी अब रेखी के पास ही रहेगी। निसान इंडिया के मुख्य वित्त अधिकारी रिचर्ड इटो से जब इस बारे में संपर्क किया गया तो उन्होंने माना कि रेखी की तैनाती कंपनी की इस सेक्टर में तरक्की के लिए बनाई गई कार्ययोजना का अहम हिस्सा है।